बसना। जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को भाजपा मंडल बसना ने बलिदान दिवस के रूप में मनाया, लॉकडाउन के चलते प्रत्येक बूथ पर सोशल डिस्टनसिंग का पालन करते हुए डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी को भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं, मण्डल स्तर कार्यक्रम आयोजित कर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के व्यक्तित्व के बारे मे वक्ताओं ने बताया।
बसना भाजपा के मंडल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने डॉ मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370, 35 ए हटाकर व जम्मू कश्मीर राज्य का पुनर्गठन कर मोदी सरकार ने जनसंघ के संस्थापक डॉ. मुखर्जी के सपने को साकार किया और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उस समय में कश्मीर में जारी परमिट व्यवस्था का विरोध करते हुए वह हजारों लोगों के साथ कश्मीर गए और डॉ मुखर्जी ने कश्मीर के भारत में पूर्ण विलय के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया।
अभय घृतलहरे ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी शिक्षाविद, कानूनविद और प्रखर राष्ट्रवादी व्यक्तित्व के धनी थे और उसी राष्ट्रवाद की स्थापना के लिए उन्होने जनसंघ की स्थापना की। आज भी भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखकर कार्य करता है।
भाजयुमो अध्यक्ष कामेश बंजारा ने श्यामाप्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सही मायनों में मोदी सरकार ने न सिर्फ डॉ मुखर्जी के सपने का साकार किया बल्कि जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के विकास के द्वार खोल दिये वहां लाखो लोग ऐसे थे जो लोकसभा चुनाव में तो वोट दे सकते थे परन्तु विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनावों में वोट देने के अधिकार से आज तक उनको वंचित रखा गया था।
डॉ मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालो में मुख्य रूप से भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, महामंत्री अभिमन्यु जयसवाल, कोषाध्यक्ष विकाश वाधवा, अभय घृतलहरे, नीरज अग्रवाल, भाजयुमो अध्यक्ष कामेश बंजारा, उमलेश साव, सुनील अग्रवाल, सहित पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।