बसना पुलिस पर उठ रहे मामले को लेकर कई सवाल ?
सेवक दास दीवान
बसना। बसना थाना क्षेत्र का यह मामला है जहां एक 12 साल के बच्चे को ब्लेक मेलिंग के इरादे से वीडियो बना कर ब्लेक मेल किया जाने वाला तथ्य सामने आया है । नाबालिक के माता पिता न्याय की गुहार लगाने पुलिस के चौखट पर दौड़ते रहे लेकिन फरियाद की कोई सुनवाई नहीं की गई ।मानसिक तनाव से परेशान माता पिता ने फिर अपनी फरियाद लेकर पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के पास पहुँच कर अपनी पीड़ा की गुहार लगाये। लिखित मे आवेदन दिया। आवेदन के आधार पर पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त मामले की पड़ताल कर बसना थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज करने निर्देशित किया गया । परंतु थाना प्रभारी ने प्रार्थी को बुलाकर डांट फटकार लगाते हुए 12 साल के नाबालिक को पीटा गया । जिसे नाबालिक के माता पिता व बच्चे ने भी बयान में सार्वजनिक किया है। इंसाफ नहीं मिल पाने के कारण नाबालिक के माता पिता लगातार मानसिक तनाव से गुजर रहे थे ।
बसना पुलिस पर कई ऐसे सवाल खड़े हो रहे हैं जिसमें क्या कारण था कि एफआईआर तत्काल दर्ज नहीं की गई ?
क्यों प्रार्थी के माता पिता को विभाग के उच्च अधिकारी के पास जाकर न्याय की भीख मांगनी पड़ी ?
क्यों थाने में बुलाकर एक 12 साल के बच्चे को बसना थाना की महिला थाना प्रभारी फटकार लगाती है ?
और क्यों अचानक दस दिनों के बाद उसी मामले पर बसना थाना की महिला थाना प्रभारी वीणा यादव एफआईआर दर्ज करती है और धारा 384,34 कायम कर कार्यवाही करती है ?
ऐसे कई सवाल दबंग दारोगाई करने वाली वीणा यादव पर खड़े होते हैं जिन्हें अखबार की सुर्खियों में अक्सर देखा जाता है यदि नाबालिक के माता पिता के निवेदन पर प्रथम दृष्टया से ही कार्यवाही पर ध्यान दिया जाता तो यह परिवार मानसिक तनाव से नहीं गुजरते ।
पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी द्वारा भी साफ तौर पर कहा गया है कि पुलिस की कार्यवाही सच को सामने लाकर उसे न्यायालय तक ले जाकर खड़ा करना है ना की उससे मारपीट करना, पर यहां तो मामला ही कुछ उल्टा है कि न्याय मांगने आए प्रार्थी जो कि नाबालिक है उसे ही फटकार लगाई जाती है और पीटा जाता है ।
तथा अपनी मर्ज़ी से ही कार्यवाही की जाती है ।
और विभाग के उच्च अधिकारी के संज्ञान में रहते हुए भी आंख में पट्टी बांध कर देखा जाता है।देश भक्ति,जन सेवा का स्लोगन बसना पुलिस कितना पालन करती है वह स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है। पीड़ित नाबालिक बच्चे के साथ मारपीट करने वाले थाना प्रभारी के खिलाफ शासन प्रशासन के द्वारा क्या कार्रवाई किया जाता है यह समय ही बता पायेगा ।