जिला चिकित्सालय परिसर में अधिकारी-कर्मचारियों सहित मीडिया कर्मियों ने भी लगाएं पौधे
महासमुंद। महासमुंद जिले में वृक्षारोपण अभियान को ध्यान में रखते हुए जिले में आज 11 जुलाई को द्वितीय चरण में करीब पौने दो लाख पौधे लगाए गए। इससे महासमुंद और हरा-भरा होगा। इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा जिला अस्पताल परिसर में वृक्षारोपण किया गया। वृहद वृक्षारोपण के दौरान कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल, वनमण्डलाधिकारी मयंक पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.पी. वारे ने क्रमश: आंवला , नीम, अमरूद, कटहल, मुनगा, आम, मोहगनी, करंज सहित विभिन्न प्रजातियों के फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण किया।पौधरोपण के द्वितीय चरण में जिले में आज सीडबाल रोपण वन एवं वनोत्तर क्षेत्रों में फलदार वृक्ष एवं सब्जी बीज का छिड़काव तथा अन्य विभागों के माध्यम से वृक्षारोपण किया जा रहा हैं। अन्य विभागों को वृक्षारोपण के लिए लगभग एक लाख 74 हजार पौधें, एक हजार किलोग्राम फलदार बीज, 200 किलोग्राम सब्जी बीज एवं एक लाख नग सीडबाल की बुआई जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों, गणमान्य नागरिकों, स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त वन विभाग द्वारा लगभग आठ लाख पौधें का रोपण किया जाएगा। जिसमें अब तक पॉॅच लाख पौधें रोपित किए जा चुके हैं। पौध रोपण का कार्य निरन्तर प्रगति पर हैं।
कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने कहा कि वृहद वृक्षारोपण का कार्य जिले में वन विभाग, पंचायत विभाग सहित सभी विभागों के समन्वय से किया जा रहा हैं। हम सब की नैतिक जिम्मेदारी हैं कि पौधें को अपने बच्चों की तरह संवार कर रखें, जिससे पौधें बड़े होकर हम सभी लोगों के लिए काम आए। पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बताया कि जिले के सभी थानें एवं लाईन में पौध रोपण करने के लिए लक्ष्य दिए गए हैं। सभी के संयुक्त प्रयास से पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए पौध रोपण किया जा रहा हैं। पुलिस जवानों द्वारा लगाएं गए पौधें सुरक्षित बड़े होते हैं, तो उन्हें आगामी समय में पुरष्कृत किया जाएगा। वनमण्डलाधिकारी मयंक पाण्डेय ने बताया कि अभियान के तीसरे चरण में 20 जुलाई को हरेली तिहार के दिन पौधारोपण किया जाएगा, जिसमें जिले के गोठान, चारागाह स्थलों में छायादार और फलदार पौधे रोपण किए जाएंगे। जिले में 74 विभिन्न प्रजातियों के पौधे वन विभाग की नर्सरी में तैयार कर लिए है। इसके अलावा उद्यानिकी विभाग के नर्सरी में भी पौधे तैयार है। मनरेगा से पौधे तैयार कर नि:शुल्क पौधा वितरण योजना के अंतर्गत नि:शुल्क पौधे बांटे जा रहे है, साथ ही महासमुन्द शहर में घर पहुँच सेवा के द्वारा नि:शुल्क पौधा वितरण प्रारंभ किया गया हंै। वर्तमान में महासमुंद वनमण्डल के नर्सरी में 74 प्रजातियों के पौधे उपलब्ध है। नर्सरी में महुआ, ईमली, करंज, अर्जुन, नीम, शीशम, जामुन, बहेड़ा, मुनगा, शिशु सिरस, अमरूद, खम्हार, कुसुम, नीलगिरी, गुलमोहर, बेल, खैर, कटहल, कचनार, सीताफल इत्यादि प्रजातियों के पौधे हैं।
जिला चिकित्सालय में वृहद वृक्षारोपण के दौरान सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर.के. परदल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुनील कुमार चंद्रवंशी, पशु चिकित्सक सेवाएं के उप संचालक डॉ. डी.डी. झारिया, डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल सहित जिला स्तरीय एवं जिला चिकित्सालय के अधिकारी-कर्मचारियों एवं मीडिया प्रतिनिधियों ने पौध रोपण किया। जिले के सभी शासकीय विभागों द्वारा विभागीय परिसरों के रिक्त भूमि पर पौध रोपण किया गया। इनमें कृषि विभाग, आयुर्वेद विभाग, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, परिवहन विभाग, राजस्व विभाग सहित जनप्रतिनिधियों, विभिन्न संस्थाओं, गणमान्य नागरिकों, आम नागरिकों ने भी वृहद पैमानें पर पौध रोपण किया।