सारंगढ़ वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों की जज्बा का जितना तारीफ किया जाए उतना कम है। नव तपा का धूप हो या सावन की बरसात देश के कर्मियों ने जन सेवा का भावना दिखाते हुए प्रत्येक परिस्थिति में डटे रहे और लोगो तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाते रहे किंतु अब जब राहत मिली है कॉविड 19 का वैक्सिन आ गया है तब इन्ही स्वास्थ्य कर्मियों को कुछ अल्प सुविधा देने के बजाय जबरन तकलीफ पहुंचाया जा रहा है। ऐसा कहना है ब्लाक स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का, जिन्होंने कर्मियों के मूल पदस्थापना स्थल से दूर वैक्सिन ड्यूटी लगाई जाने से दुखी है बता दे की वैक्सीनेसन कार्य में ज्यादा तर ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका तैनात है जिसमे एक स्वास्थ्य कर्मचारी का ड्यूटी भी लगाया जा रहा है जिसमे सारंगढ़ स्वास्थ्य विभाग द्वारा लचर पॉलिसी से इन कर्मियों को कई किलोमीटर दूर में ड्यूटी लगा कर उनको मानसिक तनाव दे रहे है इस बीच स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के द्वारा मांग किया गया है की प्रत्येक सत्र दिवसों में दोपहर को लंच की व्यवस्था की जाने के लिए स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ अपील करती है समस्त वैक्सीनेटर की ड्यूटी अपने हेड क़वाटर से ज्यादा दूरी वाले ग्रामो में न लगायी जावे।
1 कोविड टीकाकरण महाअभियान कार्यक्रम में जितने दल का ड्यूटी लगा हुआ है, वे सभी संबंधित ग्राम के ही है, इसलिए वे घर जाकर खाना खा लेते हैं।
2 ज्यादा दूर वाले जगह में ड्यूटी लगने, बरसात होने, आने-जाने ,समय पाबंदी होने के कारण समस्त कर्मचारी का व्यकितगत स्वास्थ्य एवम समायोजन बिगड़ रहा है।
हम सभी (स्वास्थ्य विभाग)इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए तटस्थ हैं
रिपोर्टर क्रांति न्यूज से छत्तीसगढ़ संवाददाता हेमंत पटेल की रिपोर्ट