जिसमें छत्तीसगढ़ में कुछ क्षेत्रों में बेमौसम बारिश से हुए नुकसान की भरपाई करते हुए उचित मुआवजा देने, प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान खरीदी की सीमा को खत्म करके उपज का एक-एक दाना खरीदने, बारदाने की कमि का समाधान निकालने, अल्पसंख्यक समुदाय के ऊपर हो रहे उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगाने, आदिवासियों के ऊपर हो रहे अत्याचार की घटनाओं को रोक लगाने और सिलगेर मामले में मृतक आदिवासी परिवार के आश्रितों को मुआवजा देने, अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने, रेडी टू ईट कार्यक्रम को स्वसहायता समूह से छीनकर बीज निगम को देने के फैसले को वापस लेने, माहरा जाति सहित लगभग 20-22 जातियों की मात्रात्मक त्रुटियों को सुधार करके उनको संवैधानिक सुविधाओं का लाभ देने, और भी अन्य ज्वलंत मुद्दों के उचित समाधान हेतु सार्थक चर्चा हुई।
ज्ञापन देने के प्रतिनिधि मंडल प्रदेश प्रभारी माननीय नर्मदा प्रसाद अहिरवार साहब, प्रदेश प्रभारी माननीय दूजराम बौद्ध जी, बसपा जिलाध्यक्ष रायपुर श्री संतोष मारकंडे जी, क्रिश्चियन फोरम के अध्यक्ष श्री अरुण पन्नालाल जी शामिल थे।
रिपोर्टर क्रांति से गोपी की खबर