Journalist हेमंत पटेल
सारंगढ़। पेट्रोल पंपों पर काम कर रहे कर्मचारियों का जिलेभर में कई जगहों पर वेतन को लेकर शोषण हो रहा है। केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल पंपों पर लगे कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन ?12000 हर माह निर्धारित किया गया है लेकिन कर्मचारियों को वो पैसे नहीं मिल रहे हैं कर्मचारियों को इस समय कई पेट्रोल पंपों पर 5000 से 6000 तक ही वेतन मिलता है इसके एवज में कर्मचारियों से 12 घंटे तक काम लिया जा रहा है। केंद्र सरकार के मुताबिक पेट्रोल कंपनियों के वेतन के मुताबिक कर्मचारियों को ?12000 हर माह दिया जाना है इसके लिए केंद्र सरकार ने फरमान जारी किए हैं। जिलेभर के पेट्रोल पंपों पर काम कर रहे कर्मचारियों ने कहा है कि पैसों को लेकर शोषण हो रहा है। इसी कड़ी में सारंगढ़ आदर्श पेट्रोल पंप का भी यही हाल है किसी भी कर्मचारी को 6000 से ऊपर वेतन नही मिलता है ?और कर्मचारियों का खूब शोषण किया जा रहा है।?
क्या कहते हैं नियम कायदे...
विज्ञप्ति के अनुसार पेट्रोल पंप डीलरों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वह सभी कर्मचारियों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 12रुपये के वार्षिक प्रीमियम पर बीमित व्यक्ति को दुर्घटना अथवा दुर्घटना में मृत्यु होने पर 200000 का बीमा उपलब्ध कराया जाता है प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के तहत 330 रुपये के वार्षिक प्रीमियम पर बीमित व्यक्ति की किसी भी वजह से मृत्यु होने पर परिवार के सदस्य को 200000 बीमा राशि दी जाती है लेकिन सारंगढ़ आदर्श पेट्रोल पंप संचालक पर कोई भी नियम लागू नहीं हो रहा है।
कोरम हो रहा पूरा......
न्यूनतम वेतन की स्थिति लगातार बद से बदतर हो गई है, आदर्श पेट्रोल पंप पर न्यूनतम वेतन लागू नहीं हो रहा है परंतु वेतन में कागजों पर बढ़ोतरी है पर वास्तविकता में कभी लागू नहीं हुआ पेट्रोल पंपों में अजीब तरह की धांधलीया चल रही है। वेतन को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ दिया गया है?लेकिन वेतन देने के बाद नियोक्ता वेतन से कुछ राशि मजदूर या श्रमिक से लौटा आने के लिए कहता है? और श्रमिक अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में विरोध नहीं करता है। नियोक्ताओं द्वारा ऐसी धांधलिया इसलिए की जाती है ताकि सरकारी फाइलों में तो न्यूनतम वेतन की कानूनी जरूरत को पूरा किया जा सके।नियमानुसार पेट्रोल पंप कर्मियों को संचालक द्वारा वेतन खाते में देना होता है लेकिन सारंगढ़ आदर्श पेट्रोल पंप नियम कायदा कानून का धज्जियां उड़ा रहा है। और आपको बता दे पंप कर्मियों को खाते में नहीं वेतन पे भी नही किया जा रहा है।