*रेशम कीट पालन को प्रोत्साहन देने के लिए एफआरए कृषकों के भूमि में लगाये जायेगे अर्जुना के पौधे*
दंतेवाड़ा, 12 जुलाई 2024। रेशम कीट पालन में अर्जुना पौधे अनुकूल होते है इस देखते हुए वन अधिकार पट्टा धारी कृषकों को कोसा उत्पादन के क्षेत्र में प्रोत्साहन हेतु जिला प्रशासन द्वारा जिले के एफआरए क्लस्टर ग्रामों में अर्जुना के पौधे लगाये जा रहा है। इस क्रम में ग्राम पंचायत जांवगा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत 7.5 एकड (3 हेक्टेयर) क्षेत्रफल में कुल 12300 अर्जुना के पौधे लगाए जाऐंगे। इस मानसून पौधरोपण पश्चात चौथे वर्ष से ही इन पौधों पर रेशम कीट पालन कार्य किया जा सकेगा। इसके अलावा भूमि पर पौधों के मध्य की भूमि के उपयोग हेतु अंतर फसल कार्य भी किया जा रहा है जिसमें हल्दी के कंद मुख्य रूप से लगाए जा रहे हैं। ग्राम पंचायत जावांगा में जिला प्रशासन के सहयोग से किसानों की वन अधिकार पट्टा धारित भूमि पर पौधे बड़े होने के पश्चात लाभान्वित किसान इन पर रेशम कीट पालन कार्य कर कोसा उत्पादन कर सकेंगे साथ ही साथ अंतर फसल से किसानों को अतिरिक्त आय की प्राप्ति हो सकेगी।