सरायपाली- 11 अगस्त 2024 को सरायपाली की नई कृषि उपज मंडी प्रांगण में अघरिया समाज की महिला मंडली द्वारा सावन महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें महिलाओं ने पार्थिव शिवलिंग बनाकर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। इस महोत्सव का उद्देश्य समाज की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को बढ़ावा देना और उसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना था।
इस विशेष आयोजन में अघरिया समाज की सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया और पारंपरिक हरे रंग की साड़ियों में सज-धज कर उपस्थित हुईं। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई, जो शाम 4 बजे तक चली। पार्थिव शिवलिंग निर्माण के दौरान महिलाओं ने मिट्टी, गाय का गोबर, गुड़, मक्खन, भस्म और गंगाजल का प्रयोग कर लगभग 2100 शिवलिंगों का निर्माण किया। इस अद्वितीय प्रयास को इंटरनेशनल ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए नामांकित किया गया है।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में जनपद अध्यक्ष बसना रुक्मणी पटेल उपस्थित थीं, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता सावित्री पटेल ने की। विशिष्ट अतिथियों में सीता पटेल, मंजूलता पटेल, विलेश पटेल, और देव कुमारी पटेल भी उपस्थित थीं। सभी अतिथियों ने इस आयोजन की सराहना की और इसे समाज के लिए गर्व का विषय बताया।
सावन महोत्सव के दौरान पार्थिव शिवलिंग निर्माण के साथ-साथ विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इनमें शिवलिंग पूजन, हवन, भजन, सावन झूला, लोकगीत, लोक नृत्य, कपड़ा और गहना प्रदर्शन, भजन संध्या, कुर्सी दौड़, और रस्सा-कस्सी जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं। सभी महिलाओं ने शिवलिंग निर्माण के बाद विधिवत पूजा अर्चना की और शिवलिंगों का विसर्जन किया।
इस आयोजन में प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया। पार्थिव शिवलिंग निर्माण प्रतियोगिता में गोमती पटेल अमरकोट ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि अनीता पटेल सागरपाली ने द्वितीय स्थान हासिल किया। मेहंदी प्रतियोगिता में अन्नपूर्णा पटेल सरायपाली प्रथम और दीपिका पटेल द्वितीय स्थान पर रहीं। कुर्सी दौड़ में गीता पटेल प्रथम और प्रेमलता नायक धुपेनडीह द्वितीय स्थान पर रहीं।
कार्यक्रम के समापन पर 11 पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण और रुद्राभिषेक के साथ 12 ज्योतिर्लिंगों की पूजा अर्चना की गई। इस आयोजन को सफल बनाने में कार्यक्रम प्रभारी उर्मिला चौधरी, सीमा चौधरी, अनीता चौधरी और जनक पटेल का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन जनक पटेल ने किया और आभार प्रदर्शन अनीता चौधरी ने किया।
इस सावन महोत्सव ने न केवल समाज की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर किया, बल्कि महिलाओं के योगदान और उनके सामूहिक प्रयासों को भी सम्मानित किया। अघरिया महिला मंडली का यह प्रयास भविष्य में समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगा।