मंत्री श्री लखमा ने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाए गए सामग्रियों को खरीदी कर किया प्रोत्साहित

जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने बरोण्डा बाजार के गौठान में स्थित सहाड़ा देव की पूजा अर्चना कर रोका-छेका प्रथा की शुरूआत की। इसके उपरांत उन्होंने गौठान में पशुओं के अवशिष्ट से निर्मित विभिन्न सामग्री यथा जैविक खाद सहित अन्य सामग्री पर आधारित स्टाल का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि गौठान में महिला स्व-सहायता समूह एवं विभिन्न विभागों द्वारा भी स्टाल लगाए गए थे। मंत्री श्री लखमा ने स्टाल निरीक्षण के दौरान महिला स्व-सहायता समूह के स्टाल पर पहुंचकर उनके द्वारा उत्पादित विभिन्न सामग्रियों की खरीदी कर रोका-छेका प्रथा में शामिल हुए ग्रामीणों को वितरित किया।
नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी शासन की महत्वपूर्ण योजना
रोका-छेका की परम्परा की शुरूआत के लिए आज यहां बरोण्डा बाजार स्थित गौठान केन्द्र में पहुंचे जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने ग्रामीणों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप प्रदेश सहित जिले में नरवा नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना का संचालन किया जा रहा है, यह प्रदेश की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है, जो किसानों की हित से जुड़ी है और उनकी आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि गोठान के निर्माण का कार्य तेजी से पूरा किया जाए। शासन की यह योजना किसानों की योजना है, जिसको पूरा करने की सबकी सामूहिक जिम्मेदारी हैं। रोका-छेका परम्परा के संबंध में उन्होंने कहा कि अभी खरीफ फसलों की बुआई शुरू हो गई है। फसलों के खुले रखने पर इसका नुकसान होगा। इसलिए सरकार की मनसा है कि पशुओं को खुले में ना छोड़ा जाए और फसलों को बचाया जाए। मंत्री श्री लखमा ने आगे कहा कि शासन द्वारा अनेक जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा हैं और इन योजनाओं को शासन के मनसा के अनुरूप जमीन पर उतारने के लिए हम सभी को पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि शासन द्वारा भूमिहीनों को पट्टा देने का कार्य किया जा रहा हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरत मंदों को मनरेगा के तहत् देश में सबसे अधिक रोजगार उपलब्ध कराया गया हैं।प्रभारी मंत्री ने कहा कि पूरा देश कोरोना के संक्रमण से बचाव एवं प्रसार को रोकने के लिए कार्य कर रहा हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में इसके संक्रमण को रोकने के लिए शासन-प्रशासन के साथ-साथ नागरिकों द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने लोगो से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए समय-समय पर शासन एवं प्रशासन द्वारा जारी मार्गदर्शी निदेर्शों का गंभीरता के साथ पालन करें। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती ऊषा पटेल, जनपद अध्यक्ष श्री भागीरथी चन्द्राकर, श्री कन्हैया अग्रवाल ने भी रोका-छेका परम्परा के संबंध में अपने विचार रखें।