दंतेवाड़ाके जिला कार्यालय के सभा कक्ष में आज कलेक्टर विनीत नंदनवार के निर्देशानुसार महिला बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ अभियान अंतर्गत पीपीटी के माध्यम से अभियान की जानकारी दी गयी। इसके तहत अवगत कराया गया कि विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर के जिले के बेटियों और महिलाओं को स्वस्थ्य व सुरक्षित व्यवहारों के प्रति जागरूक किया जाएगा। एवं छात्राओं को घरेलू हिंसा से बालिकाओं व महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के साथ रिफरल तंत्र चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन न. 1098 व 112 तथा महिला हेल्पलाइन न. 181 के साथ पुलिस सहायता हेल्पलाइन न. 100 उपलब्ध है। ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान‘‘ का लक्ष्य लड़कियों के साथ होने वाले भेदभाव को दूर करना और उनके प्रति लोगों की नकारात्मक मानसिकता में बदलाव लाना है, साथ ही बताया गया कि बालिकायें हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहीं हैं। इससे हर लड़की को आगे बढ़ने के लिए एक समान-समाज की रचना सुनिश्चित करने और उसके प्रयासों को पुरुषों के समान अवसर मिले सकेगी। इस मौके पर कलेक्टर ने बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं अभियान अंतर्गत कुपोषण एवं मानसिक अवसाद से ग्रसित किशोरियों के चिन्हांकन और उनके कॉउन्सलिंग तथा उपचार हेतु प्रभावी कदम और रणनीति बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इससे संबंधित सभी विभाग जैसे समाज कल्याण शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग आपसी समन्वय के साथ इस अभियान को गति देवें।
इस मौके पर बैठक में डीएफओ सागर जाधव, जिला पंचायत कुमार बिश्वरंजन, अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे, जिला कार्यक्रम अधिकारी वरुण नागेश सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।