बसना - प्रतिभा पब्लिक स्कूल खटखटी बसना के द्वारा संचालित 11 वीं,12 वीं की कक्षाओं की मान्यता नहीं है। बगैर मान्यता के स्कूल संचालित किया जा रहा है जिससे अध्यनरत बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। स्कूल जिसे हम शिक्षा के मंदिर कहते हैं। बच्चों के भविष्य का निर्माता अध्यापक जिसे हम राष्ट्र का निर्माता कहते हैं।शिक्षक शब्द का नाम सुनते ही हमारे दिल में सम्मान का भाव उत्पन्न हो जाता है।विद्यालय एक ऐसा स्थान होता है जहां से बच्चों का भविष्य तय होता है।शिक्षकों के हाथों हम अपने बच्चों को सौंप देते हैं और उम्मीद करते हैं कि हमारा बच्चा शिक्षा ग्रहण करके माता पिता और देश का नाम रोशन करेगा। सुशील, संस्कारी और मर्यादित इंसान बनेगा, जिस पर सिर्फ हमें ही नहीं वरन् पूरे समाज को गर्व होता है।लेकिन एक ऐसा विद्यालय प्रतिभा पब्लिक स्कूल जहां पर शिक्षा के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। विद्या के इस मंदिर को पूरी तरह से व्यापार बना लिया है जहां सिर्फ पैसों के अलावा कुछ भी नहीं दिखाई देता।
बता दें कि प्रतिभा पब्लिक स्कूल बसना शहर से लगा हुआ खटखटी गांव में स्थित है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 15 वर्षों से संचालित किया जा रहा है। प्रतिभा पब्लिक स्कूल को छ ग शासन शिक्षा विभाग से कक्षा पहली से दसवीं तक की मान्यता है। लेकिन स्कूल प्रबंधन के द्वारा सिर्फ पैसा कमाने के उद्देश्य से 11वीं, 12वीं की कक्षाएं स्कूल शिक्षा विभाग छ ग शासन से मान्यता नहीं होने पर भी संचालन किया जा रहा है।शिक्षा के नाम पर पालकों की गाढ़ी कमाई को लूटा जा रहा है साथ ही छात्र छात्राओं के भविष्य पर विराम लगा दिया जा रहा है। नर्सरी जैसे छोटे कक्षाओं का शिक्षण शुल्क 15 से 20 हजार रुपये लिया जाता है तो वहीं 12 कक्षा में अध्यापन का शुल्क 40 से 50 हजार रुपये लिया जाता है। इतना ही नहीं बच्चों को प्रवेश दिलाते समय कॉशन मनी के नाम पर भी प्रति छात्र 1000 रुपये की राशि ली जाती है और कहा जाता है कि छात्र जब विद्यालय छोड़ेगा तो उसे ये राशि वापस कर दी जाएगी परंतु पिछले 15 वर्षों में किसी छात्र को यह राशि वापस नहीं की गई है। प्रतिभा पब्लिक स्कूल के द्वारा इस तरह करोड़ों रुपयों की काली कमाई से इंकार नहीं किया जा सकता है -।
इस संबंध में प्रतिभा पब्लिक स्कूल के प्राचार्य से संचार के माध्यम से हमारे संवाददाता ने संपर्क किया जिस पर उन्होंने बताया कि हमारे यहां स्कूल में पहली कक्षा से दसवीं तक की मान्यता है। ग्यारहवीं, बारहवीं की कक्षाएं संचालित नहीं की जा रही है। जांच समिति के सदस्य अमर दास कुर्रे सहायक संचालक कार्यालय संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा विभाग से संपर्क कर जानने की कोशिश की गई परंतु सहायक संचालक के द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।
सच तो यह है कि प्रतिभा पब्लिक स्कूल खटखटी में 11वीं,12वीं कक्षायें संचालित है और छात्र छात्राएं अध्ययन भी कर रहे हैं। लेकिन स्कूल के प्राचार्य द्वारा सच बातों को छिपाने का प्रयास किया गया है। प्रतिभा पब्लिक स्कूल के द्वारा मनमानी फीस वसूली, बगैर मान्यता के स्कूल चलाना एवं अन्य विषयों पर नीलेश अग्रवाल के द्वारा शिकायत कर जांच की मांग की गई थी। शिकायत पर संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा विभाग रायपुर की टीम के द्वारा प्रतिभा पब्लिक स्कूल खटखटी की जांच पड़ताल की गई। जांच में पाया गया कि स्कूल शिक्षा विभाग से बगैर मान्यता के 11वीं 12वीं की कक्षाएं संचालित की जा रही है।अब देखना यह है कि जांच दल के द्वारा प्रतिभा पब्लिक स्कूल खटखटी के विरुद्ध किस तरह से कार्रवाई की जाती है या नहीं-?
* प्रतिभा पब्लिक स्कूल की शिकायत की गई है तो जांच अधिकारी ही बता पायेंगे। 11वीं 12वीं कक्षायें संचालित होने की मुझे जानकारी नहीं है।
मीता मुखर्जी
जिला शिक्षा अधिकारी
कार्यालय -महासमुंद