रायपुर। प्रदेश के लोगों को पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए छत्तीसगढ़ के 20 हजार गांव के प्रत्येक घर में सिंगल नल कनेक्शन दिया जाएगा। तीन बड़ी योजनाओं को समाहित कर इसके तहत गांव तक पानी पहुंचाया जाएगा। खास बात ये है कि इस प्रोजेक्ट में अलग-अलग जिलों के लिए 340 प्लान मंजूर कर लिए गए हैं और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) इस पर हफ्तेभर के भीतर ही काम शुरू करने जा रहा है।
नल-जल या स्थल जल प्रदाय योजना, समूह जल प्रदाय योजना और सौर उर्जा आधारित जल प्रदाय योजना के तहत गांवों तक पानी पहुंचाने की तैयारी की है। इसके तहत प्रदेश के अलग-अलग जिलों में लगभग 340 अलग-अलग योजनाओं की स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें ग्रामीणों की मांगों के साथ प्रदेश के सभी 90 विधायकों की डिमांड भी शामिल है। अफसरों ने बताया कि गांवों में पानी का संकट दूर करने के लिए यह प्लान लाया गया है।
इसे हर घर तक चरणबद्ध ढंग से पहुंचाया जाएगा। अभी भी प्रदेश के कई ऐसे हिस्से हैं जहां पर पीने का साफ पानी नहीं है। जानकारी के मुताबिक वर्तमान में सबसे ज्यादा पीने के लिए हैंडपंप के पानी का उपयोग किया जा रहा है। ग्राउंड वाटर लेवल के पानी का उपयोग करने वालों की संख्या ज्यादा है। वहीं सिर्फ शहरी क्षेत्रों में नल के पानी का उपयोग सबसे ज्यादा हो रहा है।
-गुरू रुद्रकुमार, मंत्री, पीएचई
नल-जल या स्थल जल प्रदाय योजना, समूह जल प्रदाय योजना और सौर उर्जा आधारित जल प्रदाय योजना के तहत गांवों तक पानी पहुंचाने की तैयारी की है। इसके तहत प्रदेश के अलग-अलग जिलों में लगभग 340 अलग-अलग योजनाओं की स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें ग्रामीणों की मांगों के साथ प्रदेश के सभी 90 विधायकों की डिमांड भी शामिल है। अफसरों ने बताया कि गांवों में पानी का संकट दूर करने के लिए यह प्लान लाया गया है।
इसे हर घर तक चरणबद्ध ढंग से पहुंचाया जाएगा। अभी भी प्रदेश के कई ऐसे हिस्से हैं जहां पर पीने का साफ पानी नहीं है। जानकारी के मुताबिक वर्तमान में सबसे ज्यादा पीने के लिए हैंडपंप के पानी का उपयोग किया जा रहा है। ग्राउंड वाटर लेवल के पानी का उपयोग करने वालों की संख्या ज्यादा है। वहीं सिर्फ शहरी क्षेत्रों में नल के पानी का उपयोग सबसे ज्यादा हो रहा है।
नए एसओआर से मिलेगी मदद
हाल ही में पीएचई ने नया एसओआर दर जारी किया है। बताया गया है कि लगभग सात साल बाद नए दर के कारण काम में तेजी आएगी साथ ही राज्य को होने वाले राजस्व का नुकसान भी कम होगा।हर घर में पानी पहुंचाना लक्ष्य
हमारा लक्ष्य प्रदेश के 20 हजार गांवों के हर घर तक पानी पहुंचाना है। इसे लेकर हम तेजी से काम कर रहे हैं। जिस दिन हर गांव में पानी की किल्लत दूर हो जाएगी उस दिन इस योजना का काम पूरा होगा।-गुरू रुद्रकुमार, मंत्री, पीएचई