आम जनता को देने वाली सीख से खुद अनजान रहे विभागीय व प्रतिनिधित्व के ओहदेदार?
सुनील यादव
गरियाबंद। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत की बैठक में सभी विभाग के विभाग प्रमुख,जिला पंचायत सदस्य, जनपद अध्यक्षो सहित जिला पंचायत के प्रतिनिधि, बिंद्रानवागढ़ विधायक डमरूधर पुजारी एवं राजिम विधायक अमितेश शुक्ल के द्वारा भेजे गए प्रतिनिधि सहित विभाग के समस्त अधिकारी की उपस्थिती मे हुयी बैठक में,विभागवार गत वर्ष के कार्यों की समीक्षा की गई, आदिवासी विकास के द्वारा जतमई के पास तौरंगा में वर्ष 2007 से अधूरे स्कूल निर्माण को पूर्ण न करने और भवन बने बिना ही आहाता निर्माण पर विभाग की घोर लापरवाही पर विशेष सवाल किए गए । इसी तरह ग्राम सुपेबेड़ा में कोरेनटाइन में भर्ती मजदूरों का नाम व केरल प्रदेश में रह रहे मजदूरों का नाम मस्टररोल में होने का मुद्दा में मस्टररोल की प्रति और कोरेंनटाईन की प्रतियां भी प्रस्तुत किए गए, जांच कराने जिला सीईओ द्वारा आसवस्थ का आश्वासन दिया गया। सवालों में प्रतिनिधियों द्वारा कहा गया कि जब सरकार टाइगर एवं जंगली वनभैंसों के संवर्धन के लिए बड़ी-बड़ी योजनाओ के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है । फिर भी टाइगर व वन भैंसे कहां है पता ही नहीं चलता। यह प्रश्न भी बैठक सदन में उठाया गया कि उड़ीसा पहाड़ सोनेबेड़ा के टाइगर कभी कभी देखे जाते हैं लेकिन टाइगर प्रोजेक्ट मे टाइगर है ही नहीं, जिसके जवाब मे वन विभाग के अधिकारियों की बोलती बंद थी । वहीं जिला मुख्यालय से 1 किलोमीटर दूर ग्राम कोकड़ी में मनरेगा रोजगार गारंटी के तहत कराए गए कार्य की कोरा मस्टररोल को प्रस्तुत किया गया, और अंतिम दिन एक साथ पूरी हाजिरी लगाए जाने की तथा इस तरह योजना की राशि का बंदरबांट का आरोप लगाते हुए मस्टरोल की प्रतिलिपि को जिला सीईओ के सामने प्रस्तुत किया गया। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क व पीडब्ल्यूडी सड़कें खस्ताहाल की स्तिथि पर विधायक डमरूधर पुजारी ने किया सवाल। 6 घंटे लगातार चली मैराथन बैठक में जिला सदस्यों ने एवं जिला पंचायत के सभी पदाधिकारियों, अधिकारियों द्वारा कार्यशैली पर कोरोना वाइरस को परे रखकर बैठक करते नजर आए । जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती स्मृति ठाकुर व कई अधिकारियों ने फेस मास्क नहीं लगाए थे ।