बिलासपुर। बैंक स्टेटमेंट की जानकारी लेने गूगल से हेल्पलाइन नंबर की जानकारी लेना खाताधारक कों महंगा पड़ा। हेल्पलाइन के बताए अनुसार ऐप्स डाउनलोड करते ही खाते से एक लाख16हजार पार हो गये। प्रार्थी की रिपोर्ट पर सरकंडा पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है ।
मिली जानकारी के अनुसार एसईसीएल सी एम पी डी आई के वाहन चालक रामचंद्र सवाई ने 19 जून 2020 को अपने एसबीआई के खाते का स्टेटमेंट लेने गूगल में दिए एसबीआई हेल्पलाइन नंबर 938 20 90518 में फोन लगाया। इस नंबर पर एसबीआई मुंबई से बात करने की जानकारी दी गई एवं स्टेटमेंट की जानकारी लेने ऐप डाउनलोड करने कहा गया। एप्स में तीन आॅप्शन बताए गए। क्विक सपोर्ट , एनीडेस्क , एवं एस एम एस उसके ऐप्स डाउनलोड करने के तुरंत बाद खाते से ?49000 ट्रांसफर होने का मोबाइल में मैसेज आया। खाताधारक नेमोबाइल बंद कर तुरत बैंक की एसईसीएल शाखा में जाकर संपर्क किया। उसके बैंक पहुंचने तक खाते से 49 -49, 10,000 एवं 8000 हजार सहित कुल 116000रुपय निकाल लिए गए थे। बैंक में बताया गया कि उसके खाते से यूपीआई हुआ है। तब वह खाता ब्लॉक कर दिया। राशि खाते में वापस आने इंतजार करता रहा किंतु राशि वापस नहीं आने पर मामले की सरकंडा थाने में रिपोर्ट लिखाई है। खाताधारक ने इसकी जानकारी तत्काल पुलिस के साइबर क्राइम शाखा को भी दी है। पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार एसईसीएल सी एम पी डी आई के वाहन चालक रामचंद्र सवाई ने 19 जून 2020 को अपने एसबीआई के खाते का स्टेटमेंट लेने गूगल में दिए एसबीआई हेल्पलाइन नंबर 938 20 90518 में फोन लगाया। इस नंबर पर एसबीआई मुंबई से बात करने की जानकारी दी गई एवं स्टेटमेंट की जानकारी लेने ऐप डाउनलोड करने कहा गया। एप्स में तीन आॅप्शन बताए गए। क्विक सपोर्ट , एनीडेस्क , एवं एस एम एस उसके ऐप्स डाउनलोड करने के तुरंत बाद खाते से ?49000 ट्रांसफर होने का मोबाइल में मैसेज आया। खाताधारक नेमोबाइल बंद कर तुरत बैंक की एसईसीएल शाखा में जाकर संपर्क किया। उसके बैंक पहुंचने तक खाते से 49 -49, 10,000 एवं 8000 हजार सहित कुल 116000रुपय निकाल लिए गए थे। बैंक में बताया गया कि उसके खाते से यूपीआई हुआ है। तब वह खाता ब्लॉक कर दिया। राशि खाते में वापस आने इंतजार करता रहा किंतु राशि वापस नहीं आने पर मामले की सरकंडा थाने में रिपोर्ट लिखाई है। खाताधारक ने इसकी जानकारी तत्काल पुलिस के साइबर क्राइम शाखा को भी दी है। पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।