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Tuesday, July 7, 2020

बीईओ, पटवारी और पंचायत कर्मी रिश्वत लेते पकड़े गये

रायपुर। प्रदेश के तीन शहरों में एसीबी की टीम ने रिश्वतखोरों के खिलाफ मंगलवार को एक्शन लिया। रायपुर, बिलासपुर और अंबिकापुर की टीम ने कार्रवाई की । घूसखोरों को अपने जाल में फंसाने के लिए एसीबी ने योजना बनाई। जिन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत मिली थी, उनके पास रिश्वत भिजवाई। जब अधिकारी रुपए लेने लगे तो टीम ने दबिश देकर अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। एक दिन पहले ही रायुपर और प्रदेश के कुछ पुलिसकर्मियों को एसीबी में पदस्थ किया गया था। नई एसीबी टीम के एक्शन की अब चर्चा हो रही है। बिलासपुर जिले के भदौरा गांव में विजय कुमार राजगीर नाम के व्यक्ति ने शिकायत की थी कि केन्द्र सरकार की रूर्बन मिशन  अफसर उनसे रुपए मांगते हैं। दरअसल गांव में स्टाप डेम, स्कूल पानी टंकी में शेड निर्माण, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए गांव में काम होना था। इसकी राशि 14 लाख स्वीकृत करने के नाम पर मिशन के कोआॅर्डिनेटर  नवीन कुमार देवांगन 35 हजार की  रिश्वत की मांग रहे थे। विजय रुपए लेकर नवीन के पास गए तभी नवीन को पकड़ लिया गया। सूरजपुर जिले के एक स्कूल में ओमप्रकाश योगी प्रधान पाठक हैं। लॉकडाउन अवधि का वेतन निकालने के एवज में बीईओ  कपूरचंद साहू ने इनसे रिश्वत मांगी। अंबिकापुर की एसीबी टीम ने ओमप्रकाश ने शिकायत कर दी। बीईओ 30 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। मना करने पर बात 25 हजार पर आ गई। एसीबी टीम ने ओमप्रकाश से रुपए देने को कहा। बीईओ को रुपए लेने बुलाया गया। सूरजपुर के अंबिका पेटोल पम्प के पास बीईओ कपूरचंद पहुंचा और 25 हजार रुपए एटीएम से निकालकर ओमप्रकाश ने दे दिए। तभी टीम वहां पहुंच गई और कपूरचंद को पकड़ गिरफ्तार किया गया।

रायपुर की टीम का एक्शन
नरेन्द्र चतुर्वेदी नाम के व्यक्ति बेमेतरा जिले के गोपालपुर गांव में रहते हैं। इन्होंने शिकायत की थी कि  पिता की मौत के बाद कृषि भूमि को  अपनी मां और भाई के नाम पर दर्ज कराने के एवज में पटवारी लोचन साहू, ने 7 हजार 500 रुपए कि रिश्वत मांगी है। जब नरेंद्र ने इंकार कर दिया तो पटवारी ने काम करने से भी इंकार कर दिया। बाद में 2800 रुपए  रिश्वत पर बात तय हुई। एसीबी की टीम पहले से ही  नवागढ़ के अंधियारखोर इलाके में बने पटवारी कार्यालय के आस-पास थी जब नरेंद्र ने पटवारी लोचन को रुपए दिए तो टीम ने रंगे हाथ पटवारी को पकड़कर साथ ले गई।

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