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Monday, July 6, 2020

मनरेगा कार्य में केवल अधिकारियों की मनमर्जी, राज्य शासन के आदेशों की अव्हेलना

प्रतिबंधित क्षेत्र में जेसीबी मशीन से गोल्डानाला बाँध से मुरुम खोदकर परिवहन जारी

सुनील यादव 
गरियाबंद। दो दिन पूर्व ही राज्य के गृह व गरियाबंद जिला प्रभारी मंत्री के दौरे विषयक समस्त विभागों को
कार्य अमल व कार्य पहल पर विशेष निर्देशित किया गया था। किंतु उनके जाने के बाद ही कर्योजन की गतिविधियों में अधिकारियों की मनमर्जी देखी जा सकती है। एक ओर जिला पंचायत मनरेंगा कार्य को लेकर बड़ी बड़ी बातों का दावा करते हुए नहीं थकता। वहीं उन्हीं के नाक के नीचे अवैध खनन को प्राथमिकता दिया जाना ही एक गंभीर विषय है। ऐसा ही एक मामला गोल्डानाला बांध का सामने आया है। बगैर डीपीआर, बगैर वर्क कोड और बगैर जीओ टेकिंग के सामाग्री परिवहन जारी रखा गया है। साफ सफाई के लिए मजदूर के लिए ना मस्टररोल निकला है ना ही मजदूर वर्क  अधिकारियो के खेल के चलते मजदूरों का पेट मारने का मिली भगत अधिकारी से शुरू होकर ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि व सचिव की संलिप्तता को बयां करती है। गरियाबंद जिला प्रशासन की एक ओर प्रभारी मंत्री द्वारा दो दिन पूर्व जमकर क्लास लेने के बाद फिर वही ढर्रे? विकास खंड छुरा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत फूलझर में मनरेगा कार्य गोल्डा नाला मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण के लिए जिला प्रशासन गरियाबंद के द्वारा 09/06/2020 के प्रशासकीय स्वीकृति आदेश में राशि 07.03 लाख मजदूरी भुगतान और 07.88 लाख रुपये सामाग्री के लिए कुल राशि 14.92 लाख जारी किया गया है। मगर खास बात यह है कि इस कार्य के लिए भरी बरसात में एक ओर जहाँ 15 जून से मिट्टी, मूरुम और रेत की खोदाई पूर्ण प्रतिबंधित होने के बाद भी गोल्डानाला बाँध में जेसीबी मशीन से खोदाई कर मुरुम परिवहन कराया जा रहा है। जिला और जनपद पंचायत छुरा के मनरेगा कार्यक्रम अधिकारियों ने गोल्डा नाला का मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य बगैर डीपीआर तैयार किये तथा बिना वर्क कोड और बगैर जीओ टेकिंग और बगैर मजदूरों के मस्टरोल निकले सामाग्री परिवहन कराया जाना वह भी भरी बरसात में कार्य की लीपापोती और कमीशन खोरी स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रहा है।
जेसीबी व ट्रेक्टर संचालक ने कहा कि हमारा डीपीआर वगैरा सब कंप्लीट है। इस संबंध के और अधिक जानने को लक्ष्मी कांत साहू सब इंजीनियर जनपद पंचायत छुरा से लगातार संपर्क की कोशिश की गई। किंतु उन्होंने फोन उठाना मुनासिब ना समझा ।
जिला पंचायत सीईओ गरियाबंद लगातार मनरेगा के कार्य को लेकर कोताही पर कारवाही का दम भरते हैं। किंतु उन्हीं के कार्य आदेश पर यह अनियमितता कई सवाल खड़े करते हैं।
भाजपा नेता प्रीतम सिन्हा द्वारा इस कृत्य की घोर निन्दा करते हुए राज्य सरकार से इस जैसे कर्तव्य हिन कार्यों को की घोर निन्दा करते हुए सरकार से जवाब देने की बात कहा गया है। श्री सिन्हा ने कहा कि अगर सार्वजनिक स्तर पर प्रभारी मंत्री ने कार्यवाही को सख्त निर्देश किए है तो जिले के अधिकारी इस पर गंभीरता पूर्वक कार्य करें ना की दिखावा करें।

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