कानपुर। कानपुर में इंसान और बेजुबान जानवर के बीच रिश्ते की एक अनूठी मिसाल देखने को मिली। स्वास्थ्य विभाग में जॉइंट डायरेक्टर के पद पर तैनात डॉक्टर अनीता राज सचान को किडनी की बीमारी थी। बुधवार को उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। अनीता का शव जैसे ही घर पहुंचा तो उनकी पालतू डॉगी ने भौंकने के साथ रोना शुरू कर दिया। उस वक्त अनीता के बेटे ने डॉगी (जया) को चौथी मंजिल के कमरे में बंद कर दिया। मालकिन का शव देखकर जया चौथी मंजिल पर छटपटाती रही। किसी तरह वह छत पर पहुंच गई और चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। जया की भी मौके पर मौत हो गई, मालकिन और जया का शव एक साथ निकला। जिसने भी यह नजारा देखा उसकी आंखें नम हो गईं।
बर्रा थाना क्षेत्र के मलिकपुरम में रहने वाले डॉक्टर राजकुमार सचान हमीरपुर में मुख्य चिकित्साधिकारी है। परिवार में पत्नी अनीता राज सचान जिले में जॉइंट डायरेक्टर के पद पर तैनात थीं। दोनों अपने बेटे डॉक्टर तेजस और बेटी जाह्नवी के साथ रहते थे। डॉक्टर अनीता राज 13 साल पहले केपीएम हॉस्पिटल के पास से जया को उठाकर लाई थीं। जया के शरीर पर कीड़े पड़े थे, अनीता ने उसका इलाज कराया था। जब जया ठीक हो गई तो घर पर ही पाल लिया था। जया को अनीता से बहुत लगाव था। अनीता जब तक घर नहीं आ जाती थी वो सोती नहीं थी।
बर्रा थाना क्षेत्र के मलिकपुरम में रहने वाले डॉक्टर राजकुमार सचान हमीरपुर में मुख्य चिकित्साधिकारी है। परिवार में पत्नी अनीता राज सचान जिले में जॉइंट डायरेक्टर के पद पर तैनात थीं। दोनों अपने बेटे डॉक्टर तेजस और बेटी जाह्नवी के साथ रहते थे। डॉक्टर अनीता राज 13 साल पहले केपीएम हॉस्पिटल के पास से जया को उठाकर लाई थीं। जया के शरीर पर कीड़े पड़े थे, अनीता ने उसका इलाज कराया था। जब जया ठीक हो गई तो घर पर ही पाल लिया था। जया को अनीता से बहुत लगाव था। अनीता जब तक घर नहीं आ जाती थी वो सोती नहीं थी।