बसना। देखा जा सकता है कि कोरोना की आड़ में प्रशासन में बैठे अफसरशाहो के तरफ से किस स्तर तक अनियमितताएं की जा रही है। प्रशासनिक दबंगई देखना है तो बसना में देखिये। जनप्रतिनिधि भी यहां अधिकारियों को देख उदासीनता में बैठ जाते है। लेकिन जब आमजन पर विपत्ति हो तो सामने आना दूर की बात समस्या का हल भी नही किया जाता। ताजा उदाहरण वार्ड क्रमांक 13 स्व. जयदेव सतपथी वार्ड में देख सकते है। जहां पर विरोध करने के बावजूद भी कोविड 19 से हुए मृत मरीज को जलाया जाता है और वार्डवासी देखते हुए भी कुछ नहीं कर पाते। कारण साफ है प्रशासन का भय!
बतादे कि स्थानीय प्रशासन कैसे अपने पद का दुरूपयोग कर नगर के हृदय स्थल वार्ड क्रमांक 13 टिकरापारा के मुक्तिधाम में कोविड 19 से मृत व्यक्ति जो कि गौरटेक का बताया जा रहा है, उसे बसना के टिकरापारा वार्ड में बने मुक्तिधाम में लाकर जलाया गया। आखिर ऐसी क्या वजह थी कि 12 किलोमीटर की दूरी में कोरोनावायरस से हुई मृत्यु के व्यक्ति को नगर मुख्यालय के मुक्तिधाम में लाकर जलाया गया । इसी प्रशासन की ओर से यदि किसी स्थान पर कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो तत्काल उस क्षेत्र को सील कर कंटेनमेंट जोन में बदल दिया जाता है और खुद यही प्रशासन दूसरे गांव के कोरोनावायरस से मृत व्यक्ति को 12 किलोमीटर दूर से लाकर नगर के मुक्तिधाम में अग्नि दाह करना यहअफसरशाही नहीं तो और क्या है ? बसना के नगर वासियों के द्वारा निरंतर इस बात को लेकर विरोध जताया गया ।
किंतु प्रशासन पुलिस के दम पर लोगों की बातों को अनसुना कर दिया गया। प्रशासन की दबंगई के चलते आम लोगों में भय का माहौल बना हुआ है जो घोर निंदनीय है। जिस स्थान पर कोरोनावायरस से व्यक्ति की मृत्यु हुई उसी स्थान में ही उसे अग्नि दाह प्रशासन की ओर से देना चाहिए था न कि उसे 12 किलोमीटर और भ्रमण कर नगर मुख्यालय में लाया जाना था ।
किंतु इनकी मनमर्जी के सामने आम जनों का जोर कहां चलता है, राज्य सरकार को ऐसे प्रशासनिक अव्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान आकर्षित करने की आवश्यकता है ताकि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को लेकर प्रशासन अपनी दबंगई न दिखाएं और जो उचित हो ऐसा कार्य ही करे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक युवक उम्र 32 वर्ष ग्राम गौरटेक विकास खण्ड बसना निवासी है।जिसे गांव में ही अंतिम संस्कार किया जाना चाहिये था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया ।ग्राम पंचायत गौरटेक के पंचायत सचिव ने बताया कि मृतक के अंतिम संस्कार के लिए कोई आपत्ति नहीं थी। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना संक्रमण के चलते बसना मे अंतिम संस्कार किया गया। अब सवाल यह उठता है कि आखिर कोरोना वायरस का खतरा गांव में था तब इसे बसना शहर मुक्तिधाम मे क्यों किया गया। गांव या शहर के बाहर सूनसान निर्जन स्थान पर किया जा सकता था ताकि किसी को आपत्ति भी नहीं होती और कोरोना संक्रमण का खतरा भी नहीं रहता।साफतौर पर शासन प्रशासन की लापरवाही व मनमानी को उजागर करता है।
इस संबंध मे जानकारी के लिए बी एम ओ बसना व एस डी एम सरायपाली से संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
कोरोना कोविड 19 से हुई मौत युवक को केंसर भी था जिसका ईलाज चल रहा था। मृत्यु होने के पश्चात शासन प्रशासन के निदेर्शानुसार अंतिम संस्कार किया गया है। विस्तृत जानकारी के लिये बी एम ओ बसना या एस डी एम सरायपाली से संपर्क कर सकते हैं।
नारायण साहू, सी एम ओ, नगर पंचायत बसना