इडुक्की। केरल के इडुक्की जिले के राजमाला इलाके में दर्दनाक हादसा हुआ है। राज्य में हो रही लगातार बारिश के बाद इलाके में शुक्रवार को भूस्खलन हो गया। इस हादसे में कई श्रमिक लापता है। मौके पर राहत कार्य चल रहा है। अब तक पांच मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं जबकि दस को जिंदा निकाला गया है। इलाके में हड़कंप मचा है। राहत कार्य के लिए कई टीमें लगाई गई हैं। जिस जगह पर भूस्खलन हुआ वहां पर चाय के बागान में काम करने वाले मजदूर शेल्टर बनाकर रहते थे। यहां मजदूरों की लगभग पूरी एक बड़ी कॉलोनी सी बनी हुई थी। लैंड स्लाइड के बाद बड़ा सा मलबा शेल्टर हाउसेस के ऊपर गिरा और सभी दब गए।
बताया जा रहा है कि अधिकांश मजदूर तमिलनाडु के रहने वाले थे और यहां रहकर मजदूरी करते थे। जिस इलाके में लैंडस्लाइड हुआ है यहां पर रेस्क्यू आपरेशन चलाने में परेशानी आ रही है। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले पेरियावाड़ा इलाके का अस्थाई पुल बाढ़ में बह गया जिससे रोड से इस इलाके की कनेक्टिविटी टूट गई है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि एक मोबाइल मेडिकल टीम और 15 ऐंबुलेंस को घटना स्थल पर भेजा गया है। राजमाला में भूस्खलन पीड़ितों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल तैनात किया गया है। पुलिस, अग्नि, वन और राजस्व अधिकारियों को भी बचाव अभियान तेज करने का निर्देश दिए गए हैं। भारी बारिश से कई इलाकों में इलेक्ट्रिसिटी बाधित हो गई है। नेटवर्क पूरी तरह से टूट गया है। इलाके में एक बीएसएनएल का टावर है वह भी बिजली न होने से बंद हो गया है। संपर्क और बिजली न होने से रेस्क्यू काम में मुश्किल हो रही है। केरल के अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार को भारी बारिश के कारण इडुक्की जिले में एक पुल भी गिर गया था।
पूरे केरल में भारी बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा है। उत्तरी केरल में भारी बारिश हुई। भारी बारिश के मद्देनजर वायनाड और इडुकी जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। वहीं, चेलियार नदी उफनाने से नीलांबुर शहर में बाढ़ आ गई है। शुक्रवार को मलप्पुरम जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। एनार्कुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड सहित नौ जिलों में नौ अगस्त तक के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
बताया जा रहा है कि अधिकांश मजदूर तमिलनाडु के रहने वाले थे और यहां रहकर मजदूरी करते थे। जिस इलाके में लैंडस्लाइड हुआ है यहां पर रेस्क्यू आपरेशन चलाने में परेशानी आ रही है। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले पेरियावाड़ा इलाके का अस्थाई पुल बाढ़ में बह गया जिससे रोड से इस इलाके की कनेक्टिविटी टूट गई है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि एक मोबाइल मेडिकल टीम और 15 ऐंबुलेंस को घटना स्थल पर भेजा गया है। राजमाला में भूस्खलन पीड़ितों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल तैनात किया गया है। पुलिस, अग्नि, वन और राजस्व अधिकारियों को भी बचाव अभियान तेज करने का निर्देश दिए गए हैं। भारी बारिश से कई इलाकों में इलेक्ट्रिसिटी बाधित हो गई है। नेटवर्क पूरी तरह से टूट गया है। इलाके में एक बीएसएनएल का टावर है वह भी बिजली न होने से बंद हो गया है। संपर्क और बिजली न होने से रेस्क्यू काम में मुश्किल हो रही है। केरल के अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार को भारी बारिश के कारण इडुक्की जिले में एक पुल भी गिर गया था।
पूरे केरल में भारी बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा है। उत्तरी केरल में भारी बारिश हुई। भारी बारिश के मद्देनजर वायनाड और इडुकी जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। वहीं, चेलियार नदी उफनाने से नीलांबुर शहर में बाढ़ आ गई है। शुक्रवार को मलप्पुरम जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। एनार्कुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड सहित नौ जिलों में नौ अगस्त तक के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।