उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में उपचार व स्वास्थ्य लाभ ले रहे कोरोना पॉजीटिव मरीजों को 17 दिवस हेतु होम आइसोलेट किया जाएगा। इस बीच यदि किसी भी प्रकार के लक्षण अथवा प्रोटोकाल अनुपालन में लापरवाही परिलक्षित होती है तो उसे तत्काल कोविड-19 अस्पताल बालोद में शिप्ट किया जायेगा। 17 दिवस का होम आइसोलेशन पूर्ण होने पर यदि आखिरी के 10 दिनों में किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं दिखाई देने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा परीक्षण उपरान्त मरीज का होम आइसोलेशन समाप्त किया जा सकता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि होम आइसोलेट कर उपचारित किए जाने वाले मरीजों के लिए मेडिकल टीम भी तैयार किया जा रहा है।
कलेक्टर ने बताया कि कोरोना जॉच के लिए टेस्टिंग सेंटर भी बढ़ाया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जॉच की जा सके। उन्होंने बताया कि वर्तमान में आरटीपीसीआर जॉच राज्य स्तरीय लैब में की जा रहीं हैं। जिले में पीपरछेड़ी, गुण्डरदेही और डौण्डीलोहारा में एण्टीजन टेस्टिंग केन्द्र से कोरोना की जॉच शुरू की गई है। आने वाले समय में जॉच केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। टुªनॉट लैब भी तैयार किया गया हैं। राज्य के विशेषज्ञयों द्वारा लैब में टेस्ट परीक्षण कर शुरू किया जाएगा। जिले में जॉच और आइसोलेशेन उपचार की सुविधा बढ़ायी जा रही है। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. रात्रे सहित डॉ. ग्लेड और डॉ. गंजीर आदि मौजूद थे।