सुनील यादव
गरियाबंद। कोरोना महामारी विश्व व्यापी संक्रामक बीमारी है जो पूरे विश्व के लोगों को अपनी गिरफ्त में लेकर तांडव मचा रही है, इस बीमारी से हमारा देश भारत भी अछूता नहीं है यह बीमारी पूरे भारत में तेजी से अपना पैर पसार रही है, जिसमें डाक्टर तथा पुलिस कर्मी इसके प्रसार को रोकने हेतु एड़ी चोटी एक किए हुए हैं, किंतु सफलता हाथ नहीं आ रही है ।
इस बीमारी के बढ़ते चैन को तोड़े जाने राज्य शासन ने लगातार प्रयास किया जा रहा है वहीं इसे रोके जाने एक मात्र तरीका सोशल डिस्टेंस का पालन करना तथा मास्क प्रयोग करना, हाथ साफ करते रहना, सैनिटाइजर करते रहना जैसे अन्य प्रयासों को जिला प्रशासन द्वारा भी किए जा रहे हैं । सोशल डिस्टेंस को लेकर बाहर जिले से आने तथा मुख्यालय से बाहर जिला जाने को लेकर सख्त प्रतिबंधित किया गया है।
कोरोना महामारी की गरियाबंद जिले में लगातार वृद्धि हो रही है, इसके रोकथाम के लिए जिले के कलेक्टर द्वारा पूरे जिले को कन्टेंटमेन जोन घोषित करते हुए दिनांक 23/9/2020 से 30/9/2020 तक लाक डाउन हेतु आदेश जारी किया गया है ।
उसी कड़ी में शासन प्रशासन के द्वारा शासकीय सेवकों को आदेश कर निर्देशित किया गया है कि कोई भी शासकीय सेवक मुख्यालय से बाहर नहीं जाएंगे
मुख्यालय में अपने निवास में रहकर होम फ्राम वर्क करेंगे अन्यथा मुख्यालय से बाहर रहने वाले शासकीय सेवक के प्रति अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी, लेकिन कतिपय शासकीय सेवक शासन प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए रायपुर महासमुंद एवं अन्य स्थानों पर लाकडाउन के दौरान निवासरत हैं ।जो कि शासन प्रशासन के आदेशों का स्पष्ट उलंघन है गरियाबंद मुख्यालय के सबसे बड़ा शिक्षा संस्थान शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गरियाबंद के अधिकारी कर्मचारी शासन के नियमों तथा आदेशों का स्पष्ट उलंघन करते हुए मुख्यालय से बाहर हैं । ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हे जिला प्रशासन द्वारा दिए गए निदेर्शों से कोई मतलब नहीं है ।
शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गरियाबंद के प्राचार्य श्रीमती वंदना पांडेय महासमुंद से गरियाबंद मुख्यालय आना जाना करती हैं। और वह वर्तमान स्तिथि में महासमुंद में हैं।
वहीं श्रीमती अर्चना सिन्हा व्याख्याता गरियाबंद तथा संजय कुमार श्रीवास्तव व्याख्याता गरियाबंद मुख्यालय से बाहर एवं जिला प्रशासन के आदेशों से परे रायपुर में हैं । इसी शिक्षा संस्था विभाग के ऐसे और भी अधिकारी कर्मचारी हैं जो जिला मुख्यालय से बाहर हैं ।
जिला प्रशासन अपने ही द्वारा जारी आदेशों के अनुसार कार्यवाही को लेकर क्या ऐसे अधिकारी कर्मचारी पर कार्यवाही करने खरा उतरेगी या नहीं यह देखना बाकी है ।
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राज्य शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा भी सभी अधिकारी कर्मचारियों को निर्देश जारी किया गया है कि वे मुख्यालय में अपने निवास पर रह कर होम फ्राम वर्क करेंगे ।
जी आर चौरसिया, अपर कलेक्टर गरियाबंद
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मैंने प्राचार्य से इस विषय में बात की है, मेरे द्वारा प्राचार्य को कहा गया है कि कलेक्टर गरियाबंद के आदेशों के बाद भी यह शिकायतें आ रही हैं आदेशों का गंभीरता से पालन करने भी मेरे द्वारा कहा गया है !
यह सारे कर्मचारी प्राचार्य के अधिनस्थ होते हैं, प्राचार्य को इस पर गंभीरतापूर्वक ध्यान रखना चाहिए। मैं प्राचार्य को कह सकता हूं किंतु उनके कर्मचारी कितने हैं कब से और कहां हैं यह तो वही बता सकते हैं ।
भोपाल सिंग तांडे, जिला शिक्षा अधिकारी गरियाबंद
मेरे द्वारा लगातार कर्मचारियों को निर्देश जारी किया जाता रहा है किन्तु आदेशों का पालन नहीं किया गया है । कुछ कर्मचारी ऐसे हैं जो पॉलिटिक्स के माध्यम से हम अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते हैं। अभी कलेक्टर गरियाबंद के निर्दशों के बाद भी लगातार श्रीमती अर्चना सिन्हा व्याख्याता गरियाबंद तथा संजय कुमार श्रीवास्तव व्याख्याता गरियाबंद को कहा गया किंतु वे रायपुर में रह रहे हैं ।
प्राचार्य, श्रीमती वंदना पांडेय शा.बा.उ.मा.शा., गरियाबंद
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प्राचार्य श्रीमती वंदना पांडेय द्वारा मुझे कहा गया कि बार बार जिला मुख्यालय में रहने को निर्देश दिया जाने के बावजूद जिन कर्मचारियों को समझ नहीं आया उस पर प्रशासनिक कार्यवाही करना आवश्यक कहा गया है ।
राकेश कुमार साहू, वरिष्ठ लिपिक शा.बा.उ.मा.शा. गरियाबंद