सम्मानित महिलाओं मे से फेकन बाई सेन एवम् खेदिया बाई ने बताया कि अतेक उमर चल दीस लेकिन हमन ल कोई सरपंच आज तक एयसने सम्मान नई दिस आज ऐशने सम्मान पा के हमर मन ह लगथे कि हमर भामिनी बेटी ह १५ साल पहिली सरपंच काबर नई बनिस,आज हमर गांव के आबो हवा एकदम बदलगे हेबे, हमर पोखन आऊ जितेंद्र बेटा के पाहरो म रामराज आगे हाबे, मोर पोखन बेटा हम सियानिन मन ल लाने बर अपन कार ल भेजिस,
मन अब्बड़ खुश होगे,अब कतेक ल बताओ।
कार्यक्रम के उद्दबोधन में श्रीमती चंद्राकर ने सभी ग्रामीणों को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल जी की जयंती पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सब मिलकर अटल जी की नयी भारत, स्वस्थ भारत,स्वच्छ भारत,सुंदर भारत एवम् भ्रष्टाचारमुक्त भारत की परिकल्पना को वास्तव में फलीभूत करके साकार करेंगे । ताकि उनकी परिकल्पना वास्तविकता में परिणित हो सके। श्रीमद् भागवत गीता के बारे मे बताया गीता का जन्म कुरुक्षेत्र मे भगवान के स्वरूप मार्गशीर्ष मे शुक्लपक्ष एकादशी को हुआ था गीता हमे इस लोक तथा परलोक में मंगलमय मार्ग दिखाने वाला कर्म,भक्ति एवम् ज्ञान मार्ग द्वारा परमश्रेय के साधन वाला ग्रंथ है। इसमें १८ अध्याय एवम् ७०० श्लोकों का अध्ययन करने से सद्दगती प्राप्त होती है।
कार्यक्रम में उपसरपंच श्रीमती हुलसी जितेंद्र चंद्राकर के साथ पंच बलराम चंद्राकर,श्रीमती त्रिवेणी चंद्राकर, हेमा साहू, ईशा धीवर,सरस्वती साहू,विद्या जमुलकर एवम् ग्रामीणों मे संत तुलसी राम सेन,रामनाथ साहू, तेजराम धीवर,प्रीतम साहू,तुकेश साहू,संजय चंद्राकर, बच्चे एवम् अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। संचालन पंच प्रकाश साहू एवम् संचालन शत्रुघ्न साहू द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उपसरपंच के हाथों अनाथ बच्चो को भी सम्मान दिया गया।