बसना- बसना विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने गांवों मे हजारों की संख्या में मजदूर पलायन कर रहे हैं।मजदूर दलालों के द्वारा गांव गांव मे घुमकर चार पहिया वाहनों मे बिठाकर अन्य प्रदेश जैसे उत्तरप्रदेश,गुजरात,राजस्थान भेजा जा रहा है।भट्ठा के सरदारो द्वारा एडवांस के बतौर पैसा देकर लालच दिया जाता है।मजदूर ज्यादा पैसा पाने के चक्कर मे आ जाते हैं।ईंट भट्ठा मे मजदूरों से जानवरों की तरह काम कराया जाता है।जो मजदूर काम नहीं कर पाता उन्हें प्रताड़ना का शिकार भी होना पड़ता है। छत्तीसगढ़ शासन प्रशासन की निष्क्रियता व घोर लापरवाही के कारण मजदूर हर साल पलायन कर जाते हैं। शासन प्रशासन के अधिकारियों का मूक दर्शक बने रहना व किसी भी प्रकार से कार्रवाई नहीं करना अनेकों संदेहो को जन्म देता है।
क्या कोरोना महामारी को मजदूरों के द्वारा पुनः किया जायेगा आमंत्रण
कोविड 19 कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरा देश प्रभावित है ,ऐसे परिस्थिति मे मजदूरो का दूसरे प्रदेशो मे पलायन करना कतई उचित नहीं है। कोरोना वायरस के संक्रमण को जान बूझकर आमंत्रित नहीं कर रहें क्या ? आखिर इसका जिम्मेदार कौन है ? शासन प्रशासन ,मजदूर या पलायन कराने वाले भट्ठा के दलाल ?
इसे क्यों नहीं रोका जा रहा है। आखिर क्यों--?
बसना सरायपाली पिथौरा के ग्रामीण क्षेत्रों हजारों की संख्या मे मजदूर पलायन कर चुके हैं और पलायन करने ,कराये जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। समय रहते इसे नहीं रोका गया तो आने वाले समय मे होने वाली त्रासदी का क्षेत्र की जनता के ऊपर भयानक असर पड़ेगा। शासन प्रशासन को कड़े कदम उठाना चाहिए ताकि आम जनता को राहत मिल सके। मजदूरों को पैसा का लालच देकर पलायन कराने वाले ईंट भट्ठा के दलालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किया जाना चाहिये। अब देखना यह है कि शासन प्रशासन क्या कार्रवाई करती है -?