शासन प्रशासन के नाक के नीचे बिक रहा अवैध महुआ शराब
बसना- बसना थाना अंतर्गत बसना शहर, ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध महुआ शराब की बिक्री धडल्ले से जारी है उल्लेखनीय है कि महुआ शराब की बिक्री से आम जनता को भारी नुकसान है और शासन को राजस्व का नुकसान है। बसना क्षेत्र मे भारी मात्रा मे कोचिओ के द्वारा शराब बनाकर सप्लाई किया जा रहा है। बसना शहर के प्रायः सभी वार्डो मे शराब की अवैध बिक्री खुलेआम की जा रही है और शासन प्रशासन के अधिकारी कुंभकर्णी निद्रा में सोये हुए हैं।कार्यवाही तो दूर की बात है झांकने तक भी नहीं जा रहे हैं। शासकीय शराब दुकान बसना मे बिक्री मे भारी गिरावट आई है उसका एक ही कारण महुआ शराब की अवैध बिक्री -। आबकारी विभाग छ ग शासन को करोड़ों रूपये राजस्व की हानि हो रही है इसके जिम्मेदार शासन प्रशासन मे बैठे अधिकारी हैं।महुआ शराब की बिक्री इस कदर बढी है बसना क्षेत्र के गांव गांव मे महुआ शराब बिक रही है। क्षेत्र के पिरदा , बम्हनी, कुरचुण्डी,बेल्डीह, सुरगीपाली,सिरको,जमड़ी, मेदिनीपुर सराईपाली, बसना से लगा हुआ टेमरी ,पर्रापाट के अलावा अन्य गांवों मे महुआ शराब की बिक्री धडल्ले से जारी है। अवैध शराब की बिक्री से गांव गांव में अशांति का माहौल है। आये दिन मारपीट चोरी की वारदातें आम हो गयी है इधर शासन प्रशासन गंभीर नही है। बसना अंतर्गत ऐसे सैकड़ों तस्कर महुआ शराब बनाकर बेचने वाले कोचिये होंगे। आखिर विभाग के अधिकारी को खबर होने के बावजूद कार्रवाई किये जाने मे दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं ऐसा क्यों कोरोना के इस संकट काल मे महंगाई चरम सीमा पर है। छोटे व्यापारी,मजदूर वर्ग प्रतिदिन कमाने खाने वाले लोग आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। काम धंधा चौपट हो गया है ऐसी परिस्थिति मे अवैध शराब की बिक्री से स्थिति और भी दयनीय हो गयी है। बसना आबकारी विभाग के द्वारा अवैध शराब बेचने वाले कोचिओ के खिलाफ कार्रवाई नहीं किया जाना संदेह को जन्म देता है। ग्रामीणो ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि साहब तो कोई कार्रवाई करते नहीं,पकड़ भी लिये तो सेंटिग हो जाती है। इससे साफ जाहिर होता है कि विभाग किस तरह से कार्य कर रही है। विभाग के सुस्त रवैये से शराब कोचिओं की चांदी हो गयी है। प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार से कार्रवाई नहीं किये जाने से कोचिओं का हौसला बुलंद होता जा रहा है। विश्व महामारी कोरोना संक्रमण के दौर मे आम जनता आर्थिक,मानसिक,शारीरिक रूप से परेशान है।ऐसे समय मे अवैध शराब की बिक्री से आम जनता की कमर तोड़ दी है, शासन प्रशासन को कड़े कदम उठाना चाहिए ताकि इस भीषण समस्या से निजात मिल सके।