महासमुन्द - देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज 3 अक्टूबर को जगदलपुर आगमन हो रहा है।
प्रधानमंत्री के बस्तर दौरे को लेकर कांग्रेस द्वारा 3 अक्टूबर को बस्तर बंद का आव्हान किया गया है । इस पर आक्रोश व्यक्त करते हुए महासमुंद के पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने कहा है कि कांग्रेस का यह कदम, निम्नतम और निकृष्टतम राजनीति की पराकाष्ठा है, जो दिखाता है कि कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी से किस हद तक डरी हुई है और यह डर स्वाभाविक है । श्री साहू ने कहा कि मीडिया के तमाम सर्वे में लगातार यह बात सामने आ रही थी कि प्रदेश में भाजपा के मुकाबले, कांग्रेस मजबूत है और इससे भूपेश सरकार और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के साथ-साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रदेश में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त दिखाई दे रही थी । लेकिन पिछले 2 महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ में 3 जनसभाओं के बाद अचानक से छत्तीसगढ़ में मतदाताओं का रुख भाजपा की ओर मुड़ गया है । कांग्रेस इस बात को समझ चुकी है कि प्रधानमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ में भाजपा के लिए "गेम चेंजर" साबित हो सकते हैं और यही वजह है कि कांग्रेस अब अपना पूरा ध्यान, प्रधानमंत्री मोदी की सभा को बाधित/असफल करने में लगा रही है । श्री साहू ने कहा कि 10 जनपथ के इशारे पर भूपेश सरकार और कांग्रेस का यह कदम, भारत की 140 करोड़ आबादी द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से दिए गए बहुमत का सरासर अपमान है, जो हिटलरशाही को दर्शाता है । लेकिन भूपेश सरकार और कांग्रेस चाहे जितनी भी कोशिश कर ले, छत्तीसगढ़ सहित पूरे भारत की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी का साथ देने की ठान ली है और यही वजह है कि इस बार छत्तीसगढ़ से कांग्रेस सरकार की विदाई तय है । अंत में श्री साहू ने भूपेश सरकार और कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा ने आज तक कभी भी अपने शासित राज्यों में, कांग्रेस या अन्य दलों के प्रधानमंत्री के आगमन के विरोध में, कभी भी संबंधित जिले या इलाके में बंद का आव्हान नहीं किया है क्योंकि भारत की जनता के जनमत का अपमान करना भाजपाइयों के संस्कार में शामिल नहीं है । भूपेश सरकार और कांग्रेस को भाजपा से, कम से कम, यह संस्कार जरूर सीखना चाहिए ।