जिला प्रतिनिधि = भुनेश्वर ठाकुर
दंतेवाडा़ =कलेक्टर एवं अध्यक्ष, जिला बाल संरक्षण समिति दंतेवाड़ा श्री मयंक चतुर्वेदी के निर्देशन एवं अनुविभागीय दण्डाधिकारी दन्तेवाड़ा श्री जयंत नाहटा तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में 15 जुलाई से 14 अगस्त तक बाल श्रमिक, अपशिष्ट संग्राहक, बाल भिक्षावृत्ति, फुटपाथ निवासी या सड़कों में नशे का सेवन कर घुमंतू बच्चों के लिए सर्वेक्षण, रेस्क्यू एवं पुनर्वास अभियान प्रारंभ होगा।
इसका उद्देश्य जिले में लगातार सड़क के किनारे रहने वाले व कठिन परिस्थितियों में अपना जीवन-यापन करने वाले बच्चों का ’’रेस्क्यू’’ करना है। इस ’’रेस्क्यू’’ अभियान में तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार (नोडल), जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, श्रम विभाग एवं पुलिस विभाग के समन्वय से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। रेस्क्यू अभियान के दौरान जिले में मंदिर परिसर, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सब्जी बाजार एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों होटल, गैरेज इत्यादि के साथ ही ब्लॉक स्तर पर महत्वपूर्ण स्थलों का भी सर्वेक्षण किया गया। ज्ञात हो कि अभियान की समाप्ति के उपरांत भी सतत रूप से ऐसे बच्चों के चिन्हांकन एवं पुनर्वास संबंधित कार्रवाई बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए की जावेगी। इस संबंध में आमजनों एवं जनप्रतिनिधियों, से अपील की गई है कि इस प्रकार के बच्चे मिलने, देखने या जानकारी होने पर कार्यालय जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग, चाइल्ड हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1098 पर अवश्य सूचित करें। जिस पर जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं चाइल्ड ह�