*22588 बच्चे एवं माताएं को किया गया मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से लाभान्वित*
दंतेवाड़ा, 10 जुलाई 2024। एक सुपोषित स्वस्थ बच्चा ही समुदाय के समावेशी विकास का मापदण्ड तय करता है यानी आज का स्वस्थ बच्चा, कल का स्वस्थ नागरिक इसलिए स्वास्थ्य शिक्षा एवं पोषण जैसे बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाना शासन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक होते है और जिला प्रशासन द्वारा सदैव इस बात जोर दिया जाता रहा है कि हमारे आंगनबाड़ी एवं सुपोषण केन्द्रों में नौनिहालों को पोषण आहार मिलना शत प्रतिशत सुनिश्चित हो और इसके लिए ग्रामीण एवं वनांचलों स्थित आंगनबाड़ी केंद्र बखूबी अपनी भूमिका को निभा रहे है। शून्य से 6 वर्ष तक बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य में सुधार कर उन्हें शारीरिक मानसिक विकास की बुनियाद रखने में इन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गुरूत्तर दायित्व है। इस क्रम में जिले में संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में कुपोषण की दर में सापेक्षित कमी के साथ बेहतर परिणाम प्राप्त हुए है। पूरक पोषण आहार, नियमित स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, पोषण एवं स्वास्थ्य पर शिक्षा, बच्चों को शाला पूर्व अनौपचारिक शिक्षा दे रहे इन आंगनबाड़ी केन्द्रों से अब तक जिले में कुल 16472 बच्चे एवं 6116 गर्भवती एवं शिशुवती माताएं लाभान्वित हुए है।
जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में वर्तमान में 1 वर्ष से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों सहित 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों के लिए चावल, रोटी, दाल, सब्जी और अंडा नियमित रूप से दिया जा रहा है। इसी प्रकार गर्भवती एवं शिशुवती माताएं के लिए भी चावल, रोटी, दाल, अंडे के अलावा उपलब्ध स्थानीय हरी सब्जियां लौकी, मुनगा, कुम्हड़ा, कच्चे पपीते, हरी पत्तेदार सब्जियां भी दी जाएगी।