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Thursday, September 5, 2024

गोपालपुर स्वस्थ केंद्र की तरफ से शास. मिडिल स्कूल गाताडीह में नेत्रदान का राष्ट्रीय पखवाड़ा लगातार जारी


बिलाईगढ़- कलेक्टर श्री धर्मेश साहू एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एफ.आर.निराला के निर्देश पर एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पुष्पेंद्र वैष्णव के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय अन्धत्व निवारण एवं अल्पदृस्टि कार्यक्रम के तहत 25 अगस्त से 8 सितंबर तक नेत्रदान पखवाड़ा चलाया जा रहा है इस पखवाड़ा में स्कूलों में जन जागरूकता कार्यक्रम रखकर स्कूली बच्चों व ग्रामीण पालको को नेत्रदान करने की अपील की गई ।नेत्रदान पखवाड़ा का आयोजन शास. मिडिल सरसीवां और शास. मिडिल स्कूल गाताडीह में अलग अलग जागरूकता रैली निकाली गई स्कूली बच्चों को नेत्रदान करने शपथ दिलाया गया एवं साथ ही साथ सभी स्कूली बच्चों का नेत्र परीक्षण किया गया जिसमें सरसीवां मिडिल स्कूल के 1 बच्ची को रिफ्रेक्टिव एरर पाया गया और कुछ बच्चों में बिट्टस्पोट के लक्षण पाए गए सभी स्कूली बच्चों को नेत्र से संबंधित बीमारियों के बारे में एव उसके बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया स्कूली बच्चों को मोबाईल स्क्रीन से दूर रहने की अपील किया गया । सामान्यतः 5 से 60 वर्ष की हर व्यक्ति की आंखे दान के लायक होती है परिस्थिति जैसे रेबीज़ टेटनस एच आई वी कैंसर पानी डूब के मरने जल के मरने सेप्टीसीमिया हेपेटाइटिस सिफलिस सर्प दंश जहर सेवन इन सब की मृत्यु होने पर आंखे दान के उपयुक्त नही होते नेत्रदान केवल मृत्यु के बाद किया जाता है। इस पखवाड़ा कार्यक्रम में मुख्य रूप से नेत्र सहायक अधिकारी श्री अरुण बंजारे तोषण साहू मोतीलाल जयसूर्या हरीश वर्मा व वरिष्ठ नेत्र सहायक अधिकारी श्री संतोष देवांगन एवं स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल हुए ।।इसी बीच नेत्र सहायक अधिकारी श्री अरुण बंजारे ने बताया कि नेत्रो की महत्ता का पता हमे तब चलता है जब हम किसी नेत्रहींन व्यक्ति की क्रियाओं को देखते हैं मार्ग पर चलना तो दूर घर पर चलने फिरने में भी असुविधा होती है नेत्रहीन व्यक्ति को हर समय किसी न किसी के सहारे की आवश्यकता होती है उसका दैनिक जीवन भी मुश्किलों से भर जाता है। एक आंकड़े के अनुसार भारत मे लगभग 1.25 करोड लोग दृष्टिहीन है जिसमें क़रीब 30 लाख व्यक्ति नेत्र प्रत्यारोपण के माध्यम से नवदृस्टि प्राप्त कर सकते हैं जितने लोग हमारे देश मे 1 साल में मरते है अगर वे मरने के बाद अपनी आंखे दान कर जाये तो देश के सभी नेत्रहीन लोगो को एक ही साल में आंखें मिल जाएगी खुद हमारे छत्तीसगढ़ राज्य में 70 हजार से अधिक योग कार्निया प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में रजिस्टर्ड है ।।



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