जिला प्रतिनिधि = भुनेश्वर ठाकुर
दंतेवाड़ा , बीजापुर और नारायणपुर जिले से लगे क्षेत्र अबूझमाड़ में आम लोगों की जिंदगी किस कदर बदहाल है इसका अंदाजा आप इस तसवीर से लगा सकते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं इंद्रावती नदी पर बने इस अनोखे पुल की जो किसी विभाग ने नहीं बल्कि ग्रामीणों ने बनाया है।यह पुल सरकार के दावे एवं वादों की हकीकत बयां कर रहा है। इस पुल का यहाँ होना सरकारी तंत्र की कोरी वाहवाही की विफलता को दिखाता है हम ऐसा इसलिए कह रहे है कि विकराल इंद्रावती नदी के पार बसे चार पंचायत को लोगों ने श्रम दान करके इस पुल को बनाया है।पुल बनने के बाद से ही रोजाना यहां से ग्रामीणों को अपनी दैनिक उपयोगी वस्तुओं को लाने ले जाने में थोड़ी सुगमता हुई है दरअसल इंद्रावती नदी के पार बारसूर थाना क्षेत्र आता है और राजस्व जिला बीजापुर जिले के मंगनार कोशलनार 1, कोशलनार 2, एवं पुशवाया पंचायत मौजूद हैं जहाँ लगभग 7 से 8 हजार की आबादी निवास करती है।इन पंचायतो तक पहुंचने के बारसूर-सातधार की ओर से एवं छिंदनार-पाहुरनार ब्रिज को पार करके दो मार्ग है।लेकिन वो भी आधा दूरी तक ही है। इन गांवों तक पहुंचाने के लिए दोनों ही ओर से पगडंडी के सहारे ही पहुंचने का रास्ता है जैसे ही इन गांवों के समीप पहुंच जाता है विशाल का इंद्रावती नदी मौजूद है जिस पर सालों से ग्रामीण पुल बनाने की मांग करते रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा माड़ के इस इलाके के लोगों की बातों को गंभीरता से नहीं लिया और गांव के विकास को लेकर कोई सार्थक कदम नहीं उठाया
*पुल बनाने बिजली के खंभे का इस्तेमाल*
बांस का गोल नुमा गोड़ला बनाकर उसमें गिट्टी पत्थर भरकर तीन-तीन मीटर की दूरी पर पिलर बनाया ।