जिला प्रतिनिधि =भुनेश्वर ठाकुर
दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा, बस्तर और नारायणपुर के सीमावर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्र कड़ियामेटा में सीआरपीएफ की 195वीं बटालियन द्वारा सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। दशकों तक यह इलाका माओवादियों के पूर्वी बस्तर डिवीजन और आमदाई एरिया कमेटी के प्रभाव में रहा, लेकिन सुरक्षा कैंप स्थापित होने के बाद माओवादी अपने पैर पीछे खींचने पर मजबूर हुए हैं।
ग्रामीणों में बढ़ा सुरक्षा बलों के प्रति विश्वासबीते कुछ महीनों में सीआरपीएफ 195वीं बटालियन ने माड़ और दक्षिण बस्तर के ग्रामीणों के साथ मजबूत संबंध स्थापित किए हैं, जिससे नक्सलियों में बेचैनी बढ़ गई है। ग्रामीणों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से सिविक एक्शन कार्यक्रम एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
ग्रामीणों को मिली आवश्यक सामग्रियां कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को दैनिक उपयोग की वस्तुएं, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी सामग्रियां वितरित की गईं। माड़ क्षेत्र के बुरगुम, छोटे बुरगुम, किलेम, टेटम सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए। इस दौरान ग्रामीणों को कंबल, बर्तन, कृषि उपकरण, साइकिल, अध्ययन सामग्री और खेल-कूद के सामान वितरित किए गए। साथ ही, चिकित्सा शिविर में ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच कर आवश्यक दवाइयां भी दी गईं।