रायपुर। कोरोना काल में भले ही दूसरे व्यावसायिक सेक्टरों की हालत कमजोर है और वे वापस पटरी पर लौटने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन सोना ने अपनी चमक लगातार बरकरार रखी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार के प्रभाव के चलते सोने ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। पहली बार 50 हजार रुपये के पार हो गया है। शनिवार को सोना 50250 रुपये प्रति दस ग्राम (स्टैंडर्ड) पहुंच रहा। चांदी भी 49500 रुपये प्रति किलो हो गई।
सराफा विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी दोनों कीमती धातुओं में तेजी के ही संकेत हैं। सालभर में सोना 15250 रुपये महंगा हो हुआ है और चांदी की कीमत में 11300 रुपये प्रति किलो की उछाल आई है। सोने-चांदी की कीमतों में तेजी के चलते इन दिनों सराफा बाजार में फिर से बिकवाली जोर पकड़ने की संभावना जताई जा रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले साल 2012 में सोने ने 18 फीसद रिटर्न दिया था और उसके बाद सबसे ज्यादा रिटर्न देने के मामले में साल 2020 रहा। गोल्ड के निवेशकों ने चांदी काटी है। विशेषज्ञों के अनुसार अब तक सोना करीब 30 फीसद से ज्यादा रिटर्न दे चुका है।
सराफा विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी दोनों कीमती धातुओं में तेजी के ही संकेत हैं। सालभर में सोना 15250 रुपये महंगा हो हुआ है और चांदी की कीमत में 11300 रुपये प्रति किलो की उछाल आई है। सोने-चांदी की कीमतों में तेजी के चलते इन दिनों सराफा बाजार में फिर से बिकवाली जोर पकड़ने की संभावना जताई जा रही है।
रिटर्न देने में अव्वल, कारोबार में सुस्त
रिटर्न देने के मामले में गोल्ड ने पिछले आठ सालों की तुलना में बाजी मारी है और निवेशकों को 30 फीसद तक रिटर्न दिया है। कारोबार की बात की जाए तो पिछले साल की तुलना में कारोबार आधे से भी कम हो गया है। पहले लॉकडाउन ने कारोबार को मारा और अब ऊंची कीमतों के कारण कारोबार गिरा हुआ है।गौरतलब है कि इससे पहले साल 2012 में सोने ने 18 फीसद रिटर्न दिया था और उसके बाद सबसे ज्यादा रिटर्न देने के मामले में साल 2020 रहा। गोल्ड के निवेशकों ने चांदी काटी है। विशेषज्ञों के अनुसार अब तक सोना करीब 30 फीसद से ज्यादा रिटर्न दे चुका है।