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Wednesday, July 22, 2020

रोका-छेका योजना हो रही विफल; नगर पालिका प्रशासन की बेपरवाही के चलते नगर में भटकते बेजुबान मर रहे बेमौत?

सुनील यादव, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ राज्य की भूपेश सरकार द्वारा रोका छेका योजना अंतर्गत गायों को सुरक्षित रखने तथा गोधन योजना अंतर्गत गोबर की महत्वता पर पहल करते हुए राज्य भर के सभी जिलों के जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है।
तथा जिला प्रशासन द्वारा लावारिश स्तिथि में घूमते मवेशियों को सुरक्षित स्थानों में रखे जाने जनपद पंचायत के सीईओ तथा नगर पालिका प्रशासन को निर्देशित किया गया है । बावजूद इसके नगर पालिका प्रशासन की बेपरवाही देखी जा सकती है । जिसमे नगर मुख्यालय गरियाबंद में शाम होते ही लावारिश स्तिथि में घूमते मवेशी मुख्य मार्गों के बीचों बीच पूरा मार्ग जाम कर बैठे होते हैं ।जिसके चलते दुर्घटना घटित होते रहता है ।
जिसमे राह चलते कभी आम नागरिक घटना का शिकार होता है तो कभी खुद बेजुबान मर रहे हैं । बीती रात मंगलवार ही रायपुर देवभोग मुख्य मार्ग पर किसी अज्ञात वाहन ने एक मवेशी को उड़ा दिया जिससे उस बेजुबान की मौत हो गई, किसी ने आनन फानन में रात में ही पशु चिकित्सक डा. तामेश कंवर को इसकी खबर दी रात्रि तकरीबन 8:30 बजे डॉ. कंवर कृषि उपज मंडी के सामने तुरंत पहुंचे तब तक गाय की मौत हो चुकी थी । डॉ. कंवर ने बताया कि वे लगातार देर रात तक भी उसे सूचना मिलते हि इस सेवा में तत्काल उपस्थित होते हैं,उन्होंने कहा कि यदि नगर पालिका प्रशासन की ओर से गंभीरता पूर्वक ध्यान दिया जाए तो इस तरह के हादसों को नियंत्रण किया जा सकता है । देखा जा सकता है कि एक ओर शोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन योजनाओं को लेकर वाह वाही का दम भरते नहीं थक रही है,तो वहीं आए दिन हादसों का सिलसिला भी नहीं थम रहा है । नगर पालिका प्रशासन पूरी मुस्तैदी से यदि अपनी जिम्मेदारी निभाती तो शायद गरियाबंद में सरकार की रोका - छेका योजना का कुछ असर दिखता ।
योजनाओं को लागू किया जाने के बाद उसे जिम्मेदारियों के साथ स्थानीय शासन प्रशासन द्वारा पालन किया जाना ज्यादा जरूरी है । जो कि गरियाबंद में नहीं देखी जाती ।

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