सुनील यादव
गरियाबंद। जिला गरियाबंद में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नहीं दिखे मंत्री श्री साहू के कार्यक्रम में शामिल प्रतिनिधि और प्रशासनिक अमला...
कोरोना महामारी कोविड19 के बढ़ते प्रभाव से गरियाबंद जिले में बढ़ते मरीजों के सिलसिलों के बाद भी प्रशासन में बैठे लोग ही नहीं करते दिखते नियमों का पालन कुछ दिन पहले ही छुरा
और छुरा विकास खंड के आस पास ही कोरोना पाजिटिव मिला है,फिर भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाना बेहद अफसोस जनक विषय है । हर बार नियमो को ताक पर रखकर आम जानता को ही क्यों लक्ष्य बनाया जाता है क्यों इसमें राजनेता या प्रतिनिधि व प्रशासन जवाबदार नहीं होता । क्या ये भीड़ जिसमे अंतराल नहीं बनाया गया है के बारे में अनुशासन हिन लोगों को पता है कि कोई कोरोनावायरस से संक्रमित है या नहीं ?
फिर भी इनकी ओर से अनुशासन हीन कार्य किए ही जाते हैं ।
एक ओर जहाँ पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए खुद कांग्रेस की सरकार चिंता में डूबा हुआ नजर आ रहा है वहीं जिला गरियाबंद के छुरा विं.खं. के खोपलीपाठ और द्वारतरा पंचायत में छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना को महत्वाकांक्षी बता रही है। उसी गौधन न्याय योजना के शुभारंभ में पधारे प्रदेश के सम्मानीय मंत्री और जिला के प्रभारी मंत्री,संसदीय सचिव और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाई गई। जबकि हाल ही में छुरा और आसपास के तीन ग्रामों में कोरोना पाजिटिव के केस सामने आए हैं, फिर भी जिला प्रशासन के आलाधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई। शासन के जिम्मेदारों के द्वारा नियमों का खुलकर उल्लंघन कर रहे हैं तो अन्य आमजनों का भगवान ही मालिक है। भाजपा नेता प्रीतम सिन्हा ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा है की कोरोना कोविड 19 के तहत जो नियम मानव समाज के आम लोगों के लिए बनाया गया है वही इस कोरोना महामारी के संक्रमण से बचने के लिए सभी के लिए यह नियम सामान्य है, चाहे वह नेता हो प्रतिनिधि हो या प्रशासन में बैठे प्रशासनिक अमला क्यों ना हो । सभी को एक समान हर एक नियमों का पालन करते हुए इस कोरोना महामारी के जंग को लड़कर जीतना है देखा जा रहा है कि स्थानीय प्रशासन वह प्रतिनिधि ही इसकी धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं । जो एक गंभीर विषय है जिस पर राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार करने की आवश्यकता है ।
गरियाबंद। जिला गरियाबंद में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नहीं दिखे मंत्री श्री साहू के कार्यक्रम में शामिल प्रतिनिधि और प्रशासनिक अमला...
कोरोना महामारी कोविड19 के बढ़ते प्रभाव से गरियाबंद जिले में बढ़ते मरीजों के सिलसिलों के बाद भी प्रशासन में बैठे लोग ही नहीं करते दिखते नियमों का पालन कुछ दिन पहले ही छुरा
और छुरा विकास खंड के आस पास ही कोरोना पाजिटिव मिला है,फिर भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाना बेहद अफसोस जनक विषय है । हर बार नियमो को ताक पर रखकर आम जानता को ही क्यों लक्ष्य बनाया जाता है क्यों इसमें राजनेता या प्रतिनिधि व प्रशासन जवाबदार नहीं होता । क्या ये भीड़ जिसमे अंतराल नहीं बनाया गया है के बारे में अनुशासन हिन लोगों को पता है कि कोई कोरोनावायरस से संक्रमित है या नहीं ?
फिर भी इनकी ओर से अनुशासन हीन कार्य किए ही जाते हैं ।
एक ओर जहाँ पूरे प्रदेश में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए खुद कांग्रेस की सरकार चिंता में डूबा हुआ नजर आ रहा है वहीं जिला गरियाबंद के छुरा विं.खं. के खोपलीपाठ और द्वारतरा पंचायत में छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना को महत्वाकांक्षी बता रही है। उसी गौधन न्याय योजना के शुभारंभ में पधारे प्रदेश के सम्मानीय मंत्री और जिला के प्रभारी मंत्री,संसदीय सचिव और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाई गई। जबकि हाल ही में छुरा और आसपास के तीन ग्रामों में कोरोना पाजिटिव के केस सामने आए हैं, फिर भी जिला प्रशासन के आलाधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखाई। शासन के जिम्मेदारों के द्वारा नियमों का खुलकर उल्लंघन कर रहे हैं तो अन्य आमजनों का भगवान ही मालिक है। भाजपा नेता प्रीतम सिन्हा ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा है की कोरोना कोविड 19 के तहत जो नियम मानव समाज के आम लोगों के लिए बनाया गया है वही इस कोरोना महामारी के संक्रमण से बचने के लिए सभी के लिए यह नियम सामान्य है, चाहे वह नेता हो प्रतिनिधि हो या प्रशासन में बैठे प्रशासनिक अमला क्यों ना हो । सभी को एक समान हर एक नियमों का पालन करते हुए इस कोरोना महामारी के जंग को लड़कर जीतना है देखा जा रहा है कि स्थानीय प्रशासन वह प्रतिनिधि ही इसकी धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं । जो एक गंभीर विषय है जिस पर राज्य सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार करने की आवश्यकता है ।