सुनील यादव
गरियाबंद। स्वतंत्रता दिवस की 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर खमहारडीह स्थित जय स्तंभ में प्रथम पंचायत मंत्री अमितेश शुक्ल ने ध्वजारोहण किया गया। एक खास चर्चा पर श्री शुक्ल ने कहा कि आजादी की लड़ाई में सम्मिलित महापुरुषों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों महात्मा गाँधी,पं.जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चन्द्र बोस,चंद्र शेखर आजाद,भगत सिंह, सरदार पटेल की कुबार्नी को याद करते हुए छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं रविशंकर शुक्ल,खूबचंद बघेल,मिनी माता, गुंडाधुर के आजादी के संघर्षों को याद करते हुए हम अंदाजा नहीं लगा सकते कि किस तरह से अंग्रेजो के बर्बरता पूर्ण रवैया दमनकारी नीतियों के खिलाफ एक युद्ध महापुरुषों द्वारा लड़ा गया । उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि मेरे पिताजी पं. श्यामाचरण शुक्ल जी बताया करते थे कि किस तरह से उनके पिताजी पं रविशंकर शुक्ल जी और पूरा परिवार स्वतंत्रता आंदोलन मे सम्मिलित रहा। उसमे दादाजी पं रविशंकर शुक्ल जी जो कि गाँधी जी के समर्थक रहे उनको कई बार जेल जाना पड़ा और उनके भाई जो कि भगतसिंह और चंद्रशेखर आजाद के समर्थक होने के कारण आंदोलन के समय उन पर छत्तीसगढ़ रायपुर में चर्चित बम कांड मे रिमोभ अगेन्स्ट दा किंग जो अंग्रेजो की रानी एलिजाबेथ के खिलाफ विद्रोह करने पर फाँसी देने का मुकदमा चलाया गया था। उसी बम कांड मे मेरे पिताजी पं. श्यामाचरण शुक्ल का नाम सम्मिलित कर अंग्रेजों द्वारा सूट एण्ड साईट देखते ही गोली मारने के आदेश अंग्रेजी हुकूमत ने कर दिया था। ऐसे सिर्फ यही नहीं हमारे छत्तीसगढ़ मे भी हजारों स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जैसे खूबचंद बघेल, मिनी माता, गुंडाधुर,यती यतन लाल, महासमंद से ऐसे कई क्रांतिकारियों ने आजादी की इस लड़ाई मे आहुति दी और अपने रक्त बहाये हैं।
श्री शुक्ल ने देश प्रदेश के लोगों को संदेश देते हुए कहा कि,आशा करता हूं कि हम सब विभिन्न जाति, धर्म, सम्प्रदाय के लोग प्रेम-स्नेह और आपस मे भाई-चारे की भावना से रहकर अपने देश और राज्य के प्रति समर्पित रहेंगे जो सदैव से हजारों सालों से हम सभी की परंपरा संस्क्रति रही है ।
उस हिसाब से अपने देश व राज्य के विकास मे अपना सहयोग भी करते रहें। अमितेश शुक्ल ने 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी देश प्रदेश एवं अपने विधानसभा के क्षेत्र वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं ।