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Wednesday, October 14, 2020

सहकारी समिति में खाद वितरण में गड़बड़ी का मामला हुआ उजागर, समिति कर्मचारियों ने लगाया एक दूसरे पर आरोप

उड़ेला सहकारी समिति से 500 बोरी खाद गायब, पूरे खरीफ सीजन निजी दुकानों पर रही लूट


बसना। बसना विकासखंड अन्तर्गत जिला सहकारी बैंक मर्यादित शाखा भंवरपुर के सहकारी समिति उड़ेला में वर्ष भर समय पर खाद उपलब्ध नही होने से किसान परेशान रहे और अधिक कीमत पर निजी दुकानों से खरीद कर उपयोग किया। लेकिन उड़ेला सहकारी समिति के द्वारा 500 बोरी खाद गायब कर अधिक कीमत पर बेचकर मुनाफा कमाया।

जिला सहकारी बैंक मर्यादित शाखा भंवरपुर अंतर्गत ग्रामीण सहकारी समिति उड़ेला में खरीफ फसल सीजन 2020-21 में जहां क्षेत्र के किसानों को खाद की किल्लत रही जिससे क्षेत्र मे किसानो ने निजी खाद दुकानदारों से 267 रुपये में मिलने वाली यूरिया को 400 से 430 तक के ज्यादा कीमत पर खरीदा, ऐसा ही हाल अन्य खादों की भी रही लेकिन वही पूरे सीजन कोरोना के कारण लॉक डाउन और आर्थिक तंगी की मार झेल रहे किसानों को समिति से दी जाने वाली खाद के वितरण में उडेला समिति ने गड़बड़ी की है।

इसकी शिकायत उप पंजीयक महासमुंद से की गई थी। शिकायत पर गौरीशंकर शर्मा उप पंजीयक महासमुंद के निर्देश में मनोज नायक सहकारिता निरीक्षक और जीडी पटेल पर्यवेक्षक जिला सहकारी बैंक शाखा भंवरपुर ने ग्रामीण सेवा सहकारी समिति उड़ेला पहुंचकर जाँच किया जहाँ से बड़ा फजीर्वाड़ा निकलकर सामने आया है।

समिति में शासन द्वारा दी जाने वाली खाद में 500 बोरी शार्टेज मिला है. प्रशासन द्वारा खाद व स्टॉक के मिलान के लिए बनाई गई टीम की जांच रिपोर्ट में यह सच्चाई सामने आयी है कि  खरीफ सीजन के खाद को खुले बाजार में बेच गया है। जिसके बाद जिला सहकारी बैंक ने उडेला समिति के प्रबंधक बसंतलाल नाग और सहायक समिति प्रबंधक शिवलाल नायक के नाम पर रिकवरी नोटिस भेजकर अल्टीमेटम जारी किया है और समिति में हुई इस गड़बड़ी के लिए जवाब बनाकर भेजने के लिए भी आदेश दिया है।

बताया गया की खरीफ सीजन की खाद और साथ ही उनका परमिट भी गड़बड़ किया गया, साथ ही किसानों ने फसल बीमा में करोड़ो रुपए गबन का आरोप लगाया है. आजकल आनलाइन सिस्टम होने से सब कुछ आनलाइन रहता है। लेकिन समितियां आफलाइन खाद बेच रही है और आनलाइन एंट्री न करने से जिले स्तर के अधिकारियों को जानकारी नही मिल पाती।


आफलाइन की वजह से अभी भी जिले के  समितियों में स्टॉक भंडारण बताने की वजह से उच्चाधिकारी गुमराह हो जाते है यह सब समितियों की गलती की वजह से हो रहा है जिसे लेकर क्षेत्र के किसानों में भारी आक्रोश है। पूरे मामले की शिकायत जिले के कई वरिष्ठ अधिकारियों से की गई है।

वर्तमान समिति प्रबन्धक बसंत नाग ने बताया कि कार्य कोई अकेला संचालन नही कर सकता हैं मैं व्यवस्थापक हूँ और शिवलाल नायक सहायक समिति प्रबन्धक है. धान खरीदी कार्य का संचालन और फड़ में तौल का कार्य शिव लाल नायक ही कर रहा था. आज फंसने की नौबत आई तो इंकार कर रहा है। 

इस संबंध में शिवलाल नायक ने बताया कि वर्तमान में ग्रामीण सहकारी समिति उड़ेला के प्रबंधक पद पर बसंललाल नाग है। मैंने 06 नवम्बर 2019 को प्रबंधक का पद व्यक्तिगत कारणों से छोड़ दिया था। जिसके बाद से समिति विगत वर्ष की धान खरीदी और सारे मामले नये प्रबंधक नाग देख रहा है ।खरीफ फसल वर्ष 2020-21 के खाद के आवक पर मेरे हस्ताक्षर है लेकिन  खाद जावक और वितरण पर नये प्रबंधक नाग के हस्ताक्षर है।उसका जिम्मेदार समिति प्रबंधक है।

उसके बाद भी खाद शार्टेज होने का  जिला सहकारी बैंक शाखा भंवरपुर प्रबंधक अमृतलाल जगत और निरीक्षक जेडी पटेल द्वारा मुझे नोटिस देना समझ से परे हैं। शिवलाल नायक पूर्व समिति प्रबंधक उड़ेला खाद का स्टॉक मिलान करने पर यहां गबन करने का मामला प्रतीत हो रहा है। जांच में की गई खाद की शार्टेज शिकायत सही पाया गया है। जवाब में प्रबंधक ने लिपिकीय त्रुटि होना बताया जबकि स्टॉक में भी खाद कम है। आगे की कार्यवाही हेतु जांच कर प्रतिवेदन बनाकर उप पंजीयक सहकारी संस्था महासमुन्द को सौप दी गई हैऔर फसल बीमा की शिकायत पर अभी जांच नही हुई है। आगे  बताया कि इस अवधि में उड़ेला के समिति प्रबंधक बसंत लाल नाग है।

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