मनोज पांडे/मैनपुर
पिछले सप्ताह से बारिश के लुकाछिपी से इस अंचल के किसान काफी दुखी नजर आ रहे थे । क्यों की कुछ किसानों के धान,कटाई के बाद भी खेतों में ही बच गए थे और कई किसानों ने तो मजबूरन कुछ भीगे धान थ्रेसर के माध्यम से मिंजाई भी कर दी। जिसके कारण धान की गुणवक्ता में कमी आ रही है ।जो बाद में मंडी में परेशानी का शबब हो जाएगी ।
लगता है कि किसानों की चौतरफा बरबादी इस बार प्रकृति ने ही तय की......?
अब दो दिन से मौसम साफ दिखाई पड़ने से किसान के चेहरे खिल उठे हैं अब खेत सूखने तक इंतेज़ार रहेगा । ताकि जल्द से तैयार फसल घर तक सुरक्षित पहुंच सके ।