घरेलू कचरा लेने आती गाडियों मे कचरा देने मे नगरपंचायत ने अपने स्वयं के लगाए टैक्स मे 50 फीसदी की वृध्दि कर नगरवासियों पर हर माह का बजट प्रभावित किया था कि ब्यापारियो पर दूकानो पर टैक्स निर्धारण कर सूची जारी की थी जिसका अवलोकन करने पर नगर पंचायत द्वारा मनमानी करने की पुष्टि हुई है किसी दूकानदार को 50 पैसे प्रतिवर्गफुट दर से टैक्स लगाया गया है तो किसी को कम टैक्स लगाया गया है अनेक ऐसे भी दूकानदार है जिनसे 50 पैसे वर्ग फुट से ज्यादा लगाए है। पुरी सूची मनमाना दर को प्रमाणित करती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दूकानो की जानकारी वर्गफुट अनुसार साझा की है उसके अनुसार नगर पंचायत से लगे एक दुकानदार को 1000 वर्गफुट का 200 रुपये निर्धारण किए है वंही कुछ दुरी पर 2800 वर्गफुट की दूकान का 1400 रुपए निर्धारण कर टैक्स की वसूली की है।इसी तरह1250 फीट का 400 रुपए. 600 फीट का 150 रुपए.240 फीट का एक दुकान से 100 रुपए तो दूसरे से 240 फीट का 200 रुपए लिए जा रहे है।।
इसी क्रम मे 750 फीट का 200 रुपए तो 180 फीर का 250 रूपए वसूली की जारही है1500 फीट का 400 रू. 2700 फीट का 750 रु.1020 फीट का 200 रू.पुरी सूची विसंगतियों से भरी पडी है।
नगर पंचायत को मालूम है 23 मार्च से 30 अप्रैल तक लाकडाउन था नगर की सभी दुकानें बंद थी इसके अलावा तीन सप्ताह और लाकडाउन के कारण दुकानें बंद थी तथा कंटेनमेंट जोन के कारण जगदीश पुर रोड की दुकानें 15 दिन .वार्ड 08 के रहवासियों की दुकाने 15. दिन तथा वार्ड 12 के अनेक दुकानदारों की दुकानें बंद थी उसके बावजुद नगर पंचायत कोई टैक्स मे छूट दुकानदारों को नही दे रही है। नगर पंचायत की मनमानी से नगरवासियों के मौलिक अधिकार का हनन हो रहा है साथ ही नगर पंचायत के द्वारा आर्थिक शोषण भी किया जा रहा है।
इस संबध मे सीएमओ की अनुपस्थिति मे सब इंजीनियर विप्र प्रधान ने कहा पुर्व सी एम ओ द्वारा टैक्स निर्धारण किया है सूची का अवलोकन करने के बाद निर्णय लिया जा सकेगा।