अब तक ना कोई जांच ना कोई कार्यवाही.......?
सुनील यादव
गरियाबंद/ मैनपुर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत वन विभाग के एक वनरक्षक द्वारा कैंपा मद से कराए गए कार्य में फर्जी तरीके से मजदूरों के नाम पर हाजरी चढ़ाकर उनके खातों में मजदूरी का पैसा भुगतान किया गया ।
फिर उन्हीं मजदूरों के पास जाकर उनके खातों से पैसे आहरण किए गए हैं । जिसका मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है ।
मिली जानकारी के अनुसार मामला गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड वनपरिक्षेत्र उत्तर उदंती जूँगाड के बिट क्रमांक 03 का है । जँहा कुमारी रिंकी जोशी जो कि बिट क्रमांक 03 पर वनरक्षक के पद पर पदस्थ है। मजदूर ग्रामीणों की शिकायत है कि वर्तमान में ही घांस प्लाट उदंती के पास वन विभाग द्वारा कार्य किया गया है ।
जिसमे ग्राम बरगांव (जांगडा) के ग्रामीणों द्वारा गरियाबंद मुख्यालय जाकर कलेक्टर के पास शिकायत दिनांक 18/11/2020 को की गयी है । जिसमे ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर को लिखित शिकायत में कहा गया है कि वन परिक्षेत्र उत्तर उदन्ती बिट क्रमांक 03 में पदस्थ वन रक्षक कुमारी रिंकी जोशी द्वारा ग्रामीण मजदूरों के नाम पर फर्जी हाज़िरी भर कर उनके खातों से राशि आहरण किया गया है । जिससे ग्रामीण मजदूरों को आहत हुई है। ग्रामीण मज़दूरों द्वारा कलेक्टर से मांग की गई है कि उक्त दोषी व्यक्ति पर उचित कायर्वाही कर बिट क्रमांक 03 से हटाया जाय ।
किन्तु कार्यवाही अब तक कोसों दूर.....?
मज़दूर ग्रामीणों के शिकायत के बावजूद अब तक जीला प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नही देखी गयी है,जिसके चलते इस तरह के फर्जीवाड़ा करने वाले अधिकारी कर्मचारियों के हौसले और भी बुलन्द होते नज़र आ रहे है ।
इस विषय मे सम्बंधित उदन्ती वन परिक्षेत्राधिकारी फिरोज खान से चर्चा के दौरान उनका कहना है कि अभी इसकी पूरी जानकारी तो मुझे मालूम नही है । मगर बिट क्रमांक 03 में काम तो हुआ है। और पता करके बताता हूं।
उदंती वन परिक्षेत्राधिकारी द्वारा बताया जाने से ऐसा प्रतीत होता है कि, सारा दारोमदार व जिम्मेदारी वन रक्षक का ही बन रहा है। और इन अधिकारियों की कोई जवाबदारी नही बनती ।
जबकि एस.डी.ओ. व रेंजर इसके वरिष्ठ अधिकारी होते हैं ,,, बावजूद इसके रेंजर द्वारा गैर जिम्मेदाराना तरीके से जवाब देना कंही न कंही इस मामले पर सवाल खड़ा करते हैं । जिसकी शिकायत लेकर मजदूर ग्रामीण कलेक्टर के दरबार पहुंचते तो हैं, लेकिन शिकायत के बावज़ूद अब तक ना कोई जांच ना कोई कार्यवाही देखी गयी ।