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Sunday, November 22, 2020

बोर खनन एवं पम्प प्रतिष्ठापन किसान अनुदान के नाम पर कृषि विभाग कि लीपापोती


2019-20 में गरियाबंद जिले के किसानों को विभाग ने कागजों में दिए करोड़ों का अनुदान किंतु कई किसान अनुदान से कोसों दूर  ? 








सुनील यादव


 गरियाबंद/ छत्तीसगढ़ राज्य सरकार भ्रष्टाचार को रोकने का चाहे जितना भी दावा करे किंतु भ्रष्टाचार की दुकान चलाने वाले कुछ लोगों के इस सच को भी दरकिनार नहीं किया जा सकता की कैसे किसानों के साथ कृषि विभाग के चंद अधिकारियों द्वारा अनुदान के नाम पर खुलेआम भ्रष्टाचार का गोरख धंधा चला रहे हैं । 


गरियाबंद जिले का यह मामला सामने आया है जहां वर्ष 2019/20 मे उप संचालक कृषि विभाग द्वारा हरित क्रांति विस्तार योजना के तहत बोर खनन एवं पम्प प्रतिष्ठान में किसानों को दिए जाने वाले अनुदान के नाम पर किया गया घोटाला साफ नजर आ रहा है। एक ओर राज्य सरकार किसानों के हित के लिए जहां विभिन्न योजनाओं को लागू कर कृषक हित की बात कर रही है तो वहीं दूसरी ओर उन्हीं के शासन में बैठे चंद अधिकारियों द्वारा किसानों नाम पर लागू योजनाओं नाम पर छल भी किया जा रहा है,जिसका कट्ठा चिट्ठा किसानों के नाम पर दिए जाने वाले अनुदान के नाम पर प्राप्त बिल भौचर के दिए गए 2227 प्रतियों के अनुसार सामने आ रहा है । जिसकी गंभीरता से यदि जांच की जाए तो ऐसे ना जाने और कितने किसानों के नाम पर उक्त विभाग ने हेराफेरी का काम किया होगा।


उप संचालक कृषि गरियाबंद से प्राप्त किसानों के नाम पर बिल भाउचर एवं सूची के अनुसार कृषकों को करोड़ों रूपए का अनुदान भुगतान किया जा चुका है । किंतु जब किसानो तक पहुंचकर विभागीय सत्यापित बिल-भौचर तथा फर्म द्वारा किए गए बोर खनन का अवलोकन किए जाने से कुछ और ही तथ्य सामने आ रहे हैं । बोर खनन फर्म द्वारा एक ही किसान के नाम पर दो अलग अलग बिल लगाना,जिसके मिलान करने तथा किसानों की ही जुबानी सुनने पर पता चल रहा है कि किसानों को दिए जानेे वाला करोड़ों के अनुदान के नाम पर किसानों के कैसे साथ छलित कार्य किया, या कराया गया है ?


वर्ष 2019-20 में गरियाबंद जिले के किसानों को हरित क्रांति विस्तार योजना के तहत बोर खनन एवं पम्प प्रतिष्ठापन कृषि विभाग गरियाबंद द्वारा कृषकों की ओर से प्रस्तुत किए गए आवेदन के आधार पर पंजीयन पश्चात प्राप्त जानकारी के अनुसार कराया गया है । जिसमे वर्ग अनुसार  बोर खनन एवं पम्प प्रतिष्ठापन में किसानों को योजना में सरकारी अनुदान लागू किया गया है । विभाग द्वारा प्राप्त सूची के अनुसार गरियाबंद जिले मे कुल 2227 किसानों को तकरीबन चार करोड़ रुपए अनुदान वर्ष 2019-20 में प्रदाय किया जा चुका है। 

जिसमे रायपुर,राजिम,नगरी,छुरा,गरियाबंद,बिलासपुर, धमतरी सहित और भी अन्य फर्मो के नाम से बिल लगाए तथा विकासखंड अधिकारियों द्वारा सत्यापन भी किया गया है । जैसे एक किसान की ही बात करते हैं जिसका दो बिल बनायाा गया है। जिसमें बोर खनन करता द्वारा एक कच्ची रसीद किसान को दी गई है।  तो वही,उसी किसान के नाम पर दूसरा पक्का बिल लगाकर सत्यापन किया गया है दोनों ही बिलों में बहुत फर्क है । कच्ची रसीद में

180 फिट खुदाई, जिसका 110 रुपए पर फिट के हिसाब से= 19800/ रू.  80 फिट केसिंग, जिसका रेट 330=26400/रू. लोरिंग चार्ज 3200,रू. फिल्टर 3000/रू.तथा फ्लीफिंग 6000/रू. कुल योग 58,400 रू. बनाया गया है जिसमे 20,000/रू. एडवांस काटा गया है,18000/रू.अनुदान काटा गया है, 58400रू.में 38000रू. घटाकर 20400 नगद लिया गया है ।

अब देखना यह है कि इस सारे गणित में  किसान के नाम से सत्यापन किया गया बिल की क्या गणित है यह गौर करने वाली बात है।

150 फिट खुदाई मतलब 30 फिट कम खुदाई ऐसा ?

110 रुपए पर फिट= 16500 मतलब 3300/₹ इसमें अधिक ले लिए गए ऐसा ? 45 फिट केसिंग,दर 270=12150₹ मतलब 14250/₹ इसमें अधिक ले लिए, लॉरिंग चार्ज 1800/मतलब 1400/₹ इसमें अधिक ले लिए,200/केसिंग केप,

कच्चे बिल से वसूली की गई राशि का पक्के बिल से मिलान करते हैं तो कुल 27950 रुपए किसान से बोर

खनन कर अधिक वसूला गया है । 

मतलब कच्ची रसीद देकर पूरा पैसा वसूला जा रहा 

यह है एक किसान के नाम का पूरा सच तो सोचनीय विषय है कि 2227 किसानों में से कितने के साथ कृषि विभाग द्वारा घोटाला किया जा रहा है ।


लोकतंत्र प्रहरी संघ के जिलाध्यक्ष सुनील यादव द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों से संपर्क किया गया ।जिसमें ऐसे कई किसानों से मुलाकात की गई 

जो अनुदान से वंचित हैं । 



किसानो के साथ योजनाओं के नाम पर किए जा रहे छल पर राज्य सरकार एक ओर किसानों के हक तथा हित की बात कर रही है तो वहीं उन किसानो के साथ उसी के शासन में बैठे अधिकारियों के द्वारा किसानों के साथ छल भी किया जा रहा । 

जिसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए और संलिप्त अधिकारियों के प्रति कार्यवाही भी कि जानी चाहिए ।


सच्चिदानंद उपासने वरिष्ठ भाजपा नेता एवं राष्ट्रीय संयोजक लोकतंत्र प्रहरी"

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