भाजपा का 22 जनवरी को जिला मुख्यालय में जंगी प्रदर्शन की तैयारी
सुनील यादव
गरियाबंद। गरियाबंद दौरे में पहुंचे भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने स्थानीय विश्राम गृह में प्रेस वार्ता के दौरान राज्य की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार दो साल में विफलता के सारे कीर्तिमान हासिल कर चुकी है। किसानों के साथ लगातार अन्याय कर रही है, हालात इतने खराब हैं कि मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष के क्षेत्र में भी किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार लगातार वादाखिलाफी और विश्वासघात का नया रिकार्ड बनाती जा रही है। सत्ता के अहंकार में मदमस्त़ कांग्रेस की यह सरकार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है, अन्नदाताओं के संकट से कोई भी सरोकार नहीं है। उक्त़ बातें भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने किसानों की समस्या और 22 जनवरी को जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन को लेकर पीडब्यूे डी रेस्ट़ हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही।
प्रवक्ता श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश भाजपा लगातार सड़क से सदन तक किसानों के मामलों को उठाती रही है। पार्टी ने लगातार आंदोलन, धरना प्रदर्शन समेत तमाम लोकतांत्रिक उपायों का सहारा लेकर किसानों की समस्याओं पर कांग्रेस की भूपेश सरकार का ध्यान आकृष्ट़ कराने की कोशिश करती रही है, लेकिन यह सरकार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। बताया कि भाजपा ने प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्र में बीते 13 जनवरी को बड़े स्तऱ पर धरना प्रदर्शन आयोजित किए थे, इस अभियान में भाजपा के सभी वरिष्ठ़ नेताओं की सहभागिता, उनके नेतृत्व़ और मार्गदर्शन में कार्यकर्ताओं और किसानों ने प्रदेशभर में शासन को जगाने का काम किया। इसके बावजूद कांग्रेस सरकार किसानों की समस्याओं से मूंह मोड़े रही। जिससे कि किसानों की समस्या और बढ़ते ही जा रही है। त्रासदी यह है कि किसान शासकीय उपेक्षा से उपजी निराशा में आत्महत्या तक कर रहे हैं।
श्री गुप्ता ने कहा कि बारदाना की कमी का बहाना बनाकर यह सरकार धान खरीदी से बचना चाहती है। इसीलिए भूपेश सरकार ने बारदाने का कृत्रिम संकट पैदा किया है। उन्होंने बताया कि विधानसभा में जवाब देते हुए सरकार ने कहा था कि प्रदेश में इस सीजन में कुल चार लाख 45 हजार गठान (प्रति गठान 500 बारदाना) की जरूरत होती है, जिसमें तीन लाख 65 हजार बारदाना उपलब्ध़ है और एक लाख 30 हजार बारदाने की जरूरत होगी। समय रहते कांग्रेस सरकार ने बारदाना के लिए कुछ भी नहीं किया, स्थिति यह है कि किसान खुद 30 से 40 रूपए में बारदाना खरीदने को मजबूर हैं। किसानों का धान खरीदने से बचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। कहा कि खुद प्लास्टिक का बोरा इस्तेमाल करती है और किसानों से जूट का बोरा लाने को कह रही है। छत्तीसगढ़ सरकार बारदाने का बहाना बनाकर केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि गिरदावरी के नाम रकबा कम करने का षडयंत्र किया गया है। जिसके पीछे धान खरीदी से बचना और कम धान खरीदी की मंशा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि रकबा कम होने के कारण खुद कांग्रेस अध्यक्ष के क्षेत्र कोंडागांव में किसान धनीराम ने आत्महत्या की। किसान लगातार आत्महत्या करने मजबूर हो रहे हैं और प्रदेश की संवेदनहीन सरकार आत्महत्या करने वाले किसानों को मानसिक रोगी बताती है। कहा कि किसानों के वास्त़विक रकबे के आधार पर ही धान खरीदी हो। श्री गुप्ता ने किसानों के दाना-दाना धान खरीदने, किसानों का पूरा बकाया एकमुश्त़ भुगतान, बकाया बोनस भुगतान, दिवंगत किसान के परिजनों को 25 लाख की अनुग्रह राशि, वनाधिकार पट्टा प्राप्त़ आदिवासी किसानों से धान खरीदी, मंडी टैक्स़ सहित अन्य़ मांगों को लेकर पत्रकारों से चर्चा की।
इस मौके पर बिन्द्रानवागढ़ विधायक डमरूधर पुजारी, जिला अध्यक्ष राजेश साहू, पालिकाध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन, मंडल अध्यक्ष सुरेन्द्र सोनटेके, प्रचार-प्रसार मंत्री राधेश्याम सोनवानी उपस्थित थे।
बाक्स़ में- प्रवक्ता श्री गुप्ता ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी किसानों के मुद्दे एवं विभिन्ऩ मांगों को लेकर इस बार 22 जनवरी को सभी जिला मुख्यालयों पर जंगी प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट घेराव करने का निर्णय लिया है। प्रदेश के सभी जिलों में आयोजित इस अभियान में प्रदेश भाजपा के समग्र शीर्ष नेतृत्व़ की उपस्थिति रहेगी। इसके अलावा राजधानी रायपुर में प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी और बिलासपुर में सह-प्रभारी नितिन नबीन की महत्वपूर्ण उपस्थिति होगी।