* लगभग 60, घंटों से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही, ग्रामीणों में दिखा आक्रोश, मामला सन्देह के दायरे में
सरसीवां ---बिलाईगढ ब्लाक अंतर्गत आने वाले प्री मैट्रिक बालक छात्रावास मधाईभांठा मे शनिवार को दोपहर लगभग 2,बजे की घटना है। अधीक्षक रामनिवास खुराना और छात्रावास में खाना बनाने वाले रसोईया और कार चालक के द्वारा बच्चों को दी जाने वाली गर्म भोजन के चावलों को 6 कट्टा हेरा फेरी करने का मामला सामने आया है ।।
प्राप्त जानकारी अनुसार मधाईभाठा प्री मैट्रिक बालक छात्रावास अधीक्षक रामनिवास खुराना और रसोईया के द्वारा छात्रावास परिसर में छात्रों के लिए शासन से मिलने वाली चांवल को सांठगांठ कर रसोईये के भाई से वाहन मंगा कर छात्रावास से 6,कट्टा चांवल को कार को में लादकर भागने वाले थे।उसी वक्त छात्रावास से सटा हुआ वर्तमान सरपंच के घर के पास खड़ी गाड़ी थी। गांव के ही उज्जैन रात्रे की नजर उस आल्टो कार पर पड़ी ।तभी छात्रावास के करीब पहुंच कर उस कार को देखा तो प्री मैट्रिक बालक छात्रावासों में छात्रों को खिलाये जाने वाला चांवल का हेरा-फेरी कर रहे अधीक्षक रामनिवास खुराना और खाना बनाने वाला रसोईया दोनों को कार चालक के साथ मिलकर चांवल गाड़ी में डाल रहे थे ।
जिसके बाद शिकायत कर्ता उज्जैन रात्रे निवासी मधाईभांठा ने क्षेत्रीय नेताओं को यह बात बताई और इस मामले में सरसीवां थाना प्रभारी को सूचना दिया गया कि सूचना पाते ही प्रभारी ने थाने के आरक्षकों को तत्काल मधाईभाठा रवाना कर अल्टो कार और उसके अन्दर चांवल की बोरियों समेत व अधीक्षक रसोईया को लाने का निर्देश दिया।
बता दें कि घटना दिनांक 2,/7/2022 दोपहर लगभग 2,बजे की है सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ने सभी आरोपियों को थाना लाने के बाबजूद बिना कार्यवाही के छोड़ दिया गया।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि उक्त अधीक्षक के छात्रावास में बच्चों की संख्या कम रहती है और ज्यादा बच्चों की संख्या रजिस्टर में दर्शा कर चांवल को बचाते हैं और छात्रों को पेट भर खाना खिलाने के बजाए दुकानों में चांवल बेचना ज्यादा उचित समझते हैं। छात्रावास अधीक्षक रामनिवास खुराना सरसीवां के निवासी हैं। जब से मधाईभाठा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तब से पी,डी, एस ,की चांवल की हेरा-फेरी करने में माहिर हो गये हैं। आज इसी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रावासो में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शासन से मिलने वाले चांवल से भर पेट भोजन नही मिल पा रहा है। क्षेत्र के अधीक्षकों द्वारा अपने निजी स्वार्थ
की पूर्ति करने या अधिक धन बटोरने के चक्कर में छात्रावास से चोरी छिपे कार में चांवल बोरी को डलवा कर बेचने ले जा रहे थे जिसे आज गांव वालों ने रंगे हाथों पकड़ा । वहीं मधाईभाठा गांव के लोगों ने पकड़े गये चांवल के संबंध में अधीक्षक रामनिवास खुराना से पूछा तो उन्होंने गोल मोल दिया और कहा कि चांवल को साफ कराने सरसींवा ले जा रहे थे । जबकि पी,डी,एस का नया लाट वाला चांवल है।
जब हमारे संवाददाता ने चांवल संबंधित जानकारी सरसीवां थाना प्रभारी से पूछा गया तभी थाना प्रभारी ने कहा कि ये सब हमारे अण्डर में नहीं आता है । यह खाद्य विभाग का मामला है जिसे फुड इंस्पेक्टर के द्वारा रिपोर्ट तैयार कर दिया जायेगा उसी के आधार पर हम आगे की कार्रवाई करेंगे ।
सरसीवां मंडी उपनिरीक्षक सीताराम दिलवश से जानकारी लेने गये संवाददाता को बताया कि मुझे भी शिकायत कर्ता के द्वारा चांवल संबंधी जानकारी जैसे ही बताया ,उसके बाद तत्काल ग्राम मधाईभाठा बीच बस्ती छात्रावास के पास पहुंच कर कार के अन्दर रखे चांवल की बोरी और गाड़ी दोनों को सरसीवां थाने में ला कर खड़ा करवा दिया हूं ।और छात्रावास के एक रसोईया का बयान लिया गया है । अभी कार चालक का बयान लेना बाकी है। छात्रावास अधीक्षक रामनिवास खुराना का बयान भी लेना बाकी है फोन करके अधीक्षक को बुला रहा हूं फिर भी बयान देने मंडी नहीं आ रहा है।
मंडी उपनिरीक्षक की बातों से ऐसा नहीं लगता कि अधीक्षक सह आरोपियों के ऊपर कार्यवाही करेंगे क्योंकि मंडी निरीक्षक और छात्रावास अधीक्षक दोनों एक साथ पढ़ाई करते थे दोनों की गहरी दोस्ती है।
अब देखना होगा कि 60 घण्टे से अधिक समय गुजर जाने के बाद अभी तक मधाईभाठा के घोटालेबाज अधीक्षक रामनिवास खुराना और सह आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही होती है या नहीं ?