बसना -महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एसके साहू के निर्देशन में हिंदी विभाग के( विभागाध्यक्ष ) नंदकिशोर प्रधान के मार्गदर्शन में एक अभिनव प्रयोग हिन्दी विभाग के द्वारा किया गया। बी ए प्रथम वर्ष हिंदी साहित्य के पाठ्यक्रम में तुलसीदास रचित रामचरित मानस का पांचवां कांड (सुन्दर कांड) संकलित है। जो कि बहुत ही रोचक है। कक्षा में इस पाठ को पढ़ाकर समझाया जाता है। लेकिन इसे और मनोरंजक और रोचक बनाने के उद्देश्य से दिब्यज्योति मानस मण्डली नौगड़ी को महाविद्यालय मेंआमंत्रित किया गया। प्राचार्य डॉ एस के साव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक नंदकिशोर प्रधान ने उनका सहयोग किया।मानस मंडली के गायक लिंगराज पटेल ने सभी दोहा व चौपाइयों को सुर -ताल- लय के साथ गाते हुए प्रस्तुति दी।तथा कथा वाचक पुरंदर बंछोर ने विस्तार पूर्वक व्याख्या किया। इस प्रकार भक्ति मय- संगीतमय प्रस्तुति का सभी छात्रों ने ख़ूब आनन्द लिया। दोहा चौपाइयों के बीच बीच मे संगीतमय हिंदी ,छत्तीसगढ़ी व ओड़िया भजन छात्रों को झूमने को मजबूर कर दिया। छात्रों ने पाठ के साथ साथ संगीत का भी आनन्द लिया। यह कार्यक्रम बी ए, बी एस सी तथा बी कॉम के छात्रों के विशेष सहयोग से संम्पन्न हुआ।छात्रों ने कार्यक्रम की सफलता देखकर प्रति वर्ष ऐसा मनोरंजक कार्यक्रमआयोजन करने के लिए निवेदन किया ।कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए राम लक्ष्मण का वेश भूषा धारण कर अभिनय भी किया। विजय कठाने (सहायक प्राध्यापक) ने भजन प्रस्तुत कर कह तालियां बटोरी। कार्यक्रम का संचालन प्रमीत साहू, किशन श्याम तथा सुमित अग्रवाल ने किया। इस पावन अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक गण आरती साव, डॉ सी बखला,अजय जलछत्री, दीपक साहू, गीतिका प्रधान, डॉ संध्या शर्मा,रोशनी गुप्ता दीपिका अग्रवाल, मोहनलाल बांधे, अजय जागेश्वर, साजन चौधरी उपस्थित रहे।कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के समस्त छात्रों के साथ साथ समस्त अधिकारी कर्मचारी का विशेष योगदान रहा।