Journalist हेमंत पटेल
सारंगढ़ बिलाईगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने टिकट के लिये दावेदारी करते हुए अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। भाजपा को पिछले चुनाव में पूरे के पूरे पांचो विधानसभा सीट में करारी हार का सामना करने के बाद इस बार के विधानसभा चुनाव में वे हर हाल में जीत हासिल करना चाहेगी। ऐसे में भाजपा इस बार के चुनाव में बागी और पुराने चेहरों को छोड़कर गांव-गांव व शहर के हर गली-मोहल्लों के बड़े बुजुर्गो व युवाओं में लोकप्रिय व चर्चित नये चेहरे पर दाव खेल सकती है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इस बार के चुनाव में बिलाईगढ विधानसभा से युवा भाजपा नेता व समाजसेवी रेशम कुर्रे का टिकट फायनल है गौरतलब है की भाजपा ने कांग्रेस से पिछले विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद 2023 विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने पहले लिस्ट में 21 नए चेहरे मैदान में उतार दिए है ।जिनको पार्टी संघटन की ओर से जीत सुनिश्चित करके सरकार बनाने की पूरी जिमेदारी दी गई है ।हालांकि जारी भाजपा की ओर से 21 उम्मीदवारों में कुछ पुराने नाम भी शामिल है लेकिन यह कहना गलत होगा की उनमें सत्ता धारी कांग्रेस से सामना करने का दम नही है अपितु कयास लगाए जा रहे है की इस बार कांग्रेस को काफी मेहनत करनी होगी अब बात कर लेते है बिलाईगढ़ विधानसभा सीट की तो यहां भाजपा के बागी और पूर्व में हारे हुए भाजपा के कैंडिडेट अपनी जगह तालास रहे है।लेकिन लगातार सोशल मिडिया में पोस्ट हो रही लेख इनके मनसूबे पर पानी फेर रहा है ।लाजमी है की इन्हे भाजपा टिकट देती है तो पार्टी को बिलाईगढ़ विधानसभा से पुनः हार का स्वाद चखना पढ़ सकता है। ऐसे में भाजपा के लिए साफ सुथरे और निष्ठावान कार्यकर्ता को टिकट देने की आवश्यकता है जिसमे रेशम कुर्रे का नाम सटीक बैठता है जो पिछले कई वर्षो से भाजपा के संगठन में रहकर पार्टी के निर्देशानुसार कार्य करते आ रहे है तथा सामाजिक क्षेत्र में भी इनकी बेहद अच्छी पकड़ है वही सामाजिक क्षेत्र में कार्य कुशलता की बात करे तो इनकी सामी कोई नही कर सकता ।लिहाजा रेशम कुर्रे ही बिलाईगढ़ विधानसभा के लिए भाजपा के बेहतर विकल्प हो सकते है