मौसम बदलते ही बीमारी ने दी दस्तक * गांव गांव मे उल्टी दस्त और आई फ्लू से परेशान हैं आम नागरिक - reporterkranti.in

reporterkranti.in

RNI NO CHHHIN/2015/71899

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

Wednesday, August 16, 2023

मौसम बदलते ही बीमारी ने दी दस्तक * गांव गांव मे उल्टी दस्त और आई फ्लू से परेशान हैं आम नागरिक

 


बसना - मौसम के बदलाव होते ही बीमारियों ने दस्तक दी तो फुलझर अंचल के झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हो गये। प्रशासन के द्वारा इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के कारण इनकी संख्या अनवरत बढते जा रही है।भोले भाले ग्रामीणों को बहकाकर फायदा उठा रहे हैं। अंचल में फैले झोलाछाप डॉक्टर सामान्य के साथ साथ गंभीर बीमारियों का भी इलाज करके ग्रामीणों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

  बसना क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे चल रही है। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों मे इनकी गहरी पैठ है। बड़ी संख्या में इनकी मौजूदगी न सिर्फ आम लोगों के सेहत के साथ हो रहे खिलवाड़ को दर्शाता है, बल्कि गुणवत्तायुक्त आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है।इस पूरी स्थिति के बीच स्वास्थ्य विभाग इन झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ गंभीरता नहीं दिखा रही है।


* बिना विशेषज्ञ के चल रहे निजी पैथालॉजी लैब

 बसना शहर में चल रहे निजी पैथालॉजी लेबोरेटरी बगैर किसी विशेषज्ञ डॉक्टर के ही संचालित हो रही है। यहां टेक्नीशियन ही लोगों की छोटी बड़ी बीमारियों की जांच कर रिपोर्ट थमा रहे हैं।जिसकी वजह से रिपोर्ट पर भी संशय की स्थिति बनी रहती है। टेक्नीशियन के सहारे चल रहे टेस्टिंग लेबोरेटरी के मामले में भी प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे इनके संचालकों के हौसले बुलंद हैं। क्षेत्र में अनेकों झोलाछाप डॉक्टर हैं जो खुलेआम अपना कारोबार कर रहे हैं। स्थिति यह है कि शासकीय अस्पतालों से ज्यादा मरीज इन लैब, क्लीनिक और झोलाछाप डॉक्टरों के पास दिखते हैं।अबकी बार तो शासकीय अस्पताल के डाक्टर भी जांच के लिए इन पैथालॉजी लैबों में भेज देते हैं।


* एम डी पैथालॉजिस्ट का होना अनिवार्य


उल्लेखनीय है कि पैथालॉजी एक्ट के मुताबिक सभी टेस्टिंग लेबोरेटरी में एम डी पैथालॉजिस्ट का होना अनिवार्य है और उन्ही के देखरेख में होना भी आवश्यक है।शहर लैबों को टेक्नीशियन ही चला रहे हैं जिसे सीधे तौर पर ऐसे लैबों को अवैध ठहराया गया है। ऐसे संचालित लैबों की टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर मरीज को दवा न लिखने का स्वास्थ्य विभाग छ ग शासन के द्वारा डॉक्टरों को निर्देश जारी किया गया है। लेकिन इसके विपरीत ही सारा काम हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग में हो रही लापरवाही की शिकायतों के बाद भी ऐसे अवैध पैथालॉजी लैबों की तरफ प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रही है।


 👉 स्वास्थ्य विभाग संबंधी कार्य की बहुत ही व्यस्तता है। झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कार्रवाई अवश्य की जायेगी और नियमों के विपरीत संचालित पैथालॉजी लैबों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।


डॉ जे पी प्रधान

बी एम ओ

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसना

Post Bottom Ad

ad inner footer