बसना - विधानसभा चुनाव के पहले भूपेश बघेल ने वादों की बौछार दीवाली का उपहार देते हुए किसानों के लिए बड़ा ऐलान किया है। कांग्रेस की सरकार बनाओ फिर किसानों का ऋण माफ किया जायेगा।
बता दें भूपेश बघेल ने विगत दिनों सक्ती विधानसभा क्षेत्र में आमसभा को संबोधित कर रहे थे। वहां कांग्रेस प्रत्याशी डा. चरणदास महंत के नामांकन पत्र दाखिल कराने के लिए सक्ती पहुंचे थे। इस दौरान कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने किसानों, मजदूर, महिलाओं और युवाओं के लिए कुछ भी नहीं किया।
कांग्रेस के द्वारा छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्जमाफी का वादा एक बार फिर सूबे की सियासत को गरमा दिया है। भूपेश बघेल की घोषणा के बाद बसना विधानसभा के गांव गली चौक चौराहा में कल देर रात तक लोगों में कांग्रेस भूपेश बघेल की तारीफ करते हुए किसान उत्साह में नजर आये, महासमुंद जिले के बसना विधानसभा क्षेत्र की जनता का आजीविका का मुख्य साधन कृषि पर हीआधारित है नाम नहीं छापने की शर्त पर एक भाजपा नेता ने कहा बसना विधानसभा में भाजपा का कोई औचित्य नहीं मैं जरूर भाजपा कार्यकर्ता हूं पर कांग्रेस की भूपेश सरकार ने किसानों के दिल में जो जगह बना लिया है उसे कोई नहीं हटा सकता।भाजपा के 15 सालों में किसानों के साथ धोखा हुआ ₹2100 समर्थन मूल्य के लिए रमन सिंह ने केंद्र को पत्र पत्र लिख रहा हूं कहकर किसानों को छला। अजीत जोगी की सरकार ने 20 क्विंटल धान की खरीदी तय किया था जिसे भाजपा ने 15 क्विंटल कर दिया ₹300 प्रति क्विंटल धान बोनस की बात घोषणा में करके 2 वर्ष की बोनस से किसानों को वंचित कर दिया। फसल चक्र का बहाना कर ग्रीष्मकालीन खेती मे रोक लगाने की तैयारी कर रमन की सरकार ने किसानों के जीविका के साधन को ही नष्ट करने की सोच रखा ,राज्य की भाजपा सरकार कॉर्पोरेट घराने को सहयोग करता रहा जैसे मोबाइल कंपनियों को टावर लगाने में सहयोग ,मोबाइल ,चप्पल साड़ी खरीद कर जनता में बांटने से जनता के हक का पैसा कॉरपोरेट घराने को गया ठीक इसके विपरीत कांग्रेस की भूपेश सरकार ने आम जनता को सीधे आर्थिक रूप से सहयोग किया जिसके कारण आज क्षेत्र की किसान , गरीब मजदूर वर्ग उत्साहित है ।भाजपा की पार्टी में है संघ संगठन में है हमारी मजबूरी है हमें साथ जाना, लेकिन नहीं लगता कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद बसना विधानसभा में कांग्रेस की प्रत्याशी को कोई रोक सके । भूपेश बघेल कांग्रेस के लिए बड़ा चेहरा है।आज लोग शिक्षित हैं स्वयंं फैसला लेते हैं हमारे आपके कहने से वोटों में तब्दील नहीं होने वाला है। जनता सब समझ रही है।
कर्जा माफ के क्या हैं सियासी मायने ?
विधानसभा चुनाव 2018 में कर्ज माफी का मुद्दा एक बड़ा फैक्टर कांग्रेस की जीत में साबित हुआ था और भूपेश बघेल ने अभी से यह घोषणा कर यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस एक बार फिर किसानों के हितों को ध्यान में रखकर घोषणा पत्र में गारंटी देने वाली है। हालाकि कांग्रेस के 2018 के जन घोषणा पत्र के 36 वादों को पूरा नहीं करने का भाजपा आरोप लगाती रही है। शराबबंदी, राेजगार, संविदाकर्मियों का नियमितीकरण जैसे कई मुद्दे अभी ज्वलंत हैं।
भाजपा ने अभी घोषणा पत्र जारी नहीं किया है। छत्तीसगढ़ की जनता इंतजार कर रही है कि भाजपा के घोषणा पत्र में क्या रहेगा बहरहाल कांग्रेस के द्वारा किये गये कर्ज माफी,20 क्विंटल धान खरीदी किये जाने की घोषणा का असर किसानों ऊपर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
किसानों ने उठाया इस बार ज्यादा कर्ज
चुनावी वर्ष में छत्तीसगढ़ में कर्ज माफी की आस में कृषि ऋण लेने को किसानों ने पिछले पांच वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। किसानों ने पिछले वर्ष की तुलना में एक हजार 337 करोड़ अधिक कर्ज उठा लिया है।
वर्ष लक्ष्य राशि पूर्ति राशि
2018-19 3600 3287.55
2019-20 4000 3981.45
2020-21 4600 4495.39
2021-22 5300 4747.77
2022-23 5800 5563.60
2023-24 6100 6900.00
(राशि करोड़ रुपये में)