भोपाल/मध्यप्रदेश - मध्यप्रदेश के रतलाम शहर सीट से तीसरी बार भाजपा से विधायक चुने गये विधायक चैतन्य कश्यप ने विधानसभा सदन में सैलरी भत्ता पेंशन लेने से मना कर दिया।
विधायक चैतन्य कश्यप ने कहा कि ईश्वर की कृपा से उनके पास सब कुछ है।वे हमेशा जनहित का काम करते आये हैं और आगे करते रहेंगे। विधानसभा क्षेत्र की जनता ने मुझे आशिर्वाद प्रदान किया है और जनहित में काम करने का अवसर दिया है उसे मै पूरी निष्ठा से निभाउंगा। विधायक को मिलने वाले वेतन, भत्ता, पेंशन की राशि को क्षेत्र के जनहित व समाज सेवा लगा दी जाये। उक्त बातें विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए बताया।
बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने विधानसभा में विधायक चैतन्य कश्यप को एक महत्वपूर्ण जानकारी देने के आमंत्रित किया। विधायक चैतन्य कश्यप ने बदन में कहा कि राष्ट्र सेवा और जनहित मेरा मुख्य उद्देश्य है।इसी ध्येय के लिए मैं राजनीति में आया हूं। किशोरावस्था से ही समाज सेवा के काम में अग्रसर हूं। ईश्वर ने इस योग्य बनाया है कि जनसेवा में थोड़ा सा योगदान कर सकूं।जन सेवा को उद्देश्य मानकर शासन से मिलने वाले वेतन भत्ता पेंशन नहीं लेने का निर्णय लिया है। पिछले दो विधानसभा में भत्ते नहीं लिये थे। मुझे मिलने वाले वेतन, भत्ते, पेंशन राजकीय कोष से सीधे मध्यप्रदेश के विकास व जनहित के कार्य में लगाई जाये।