दंतेवाड़ा -जिला दंतेवाड़ा में अवैध शराब और सट्टा जोरों पर है. नए सरकार के गठन के बाद इस पर विराम लगने की उम्मीद थी लेकिन ठीक उल्टा हुआ. पुलिस विभाग में व्यापक फेरबदल होना था उसे नहीं किया गया. पिछले सरकार के समय से तैनात कर्मी अब भी जमे हैं लिहाजा शराब के अवैध कारोबारी फलफूल रहें हैं। शराब और सट्टा मे युवा वर्ग ज्यादा ही इस लत मे जकड़े हुए हैं, शहर से लेकर गांवो में आसानी से इसके बिक्री होने से युवा पीढ़ी दर बा दर इस लत का शिकार होता जा रहा है। शराब और सट्टे के अलावा भी कबाड़ी कारोबार में मलाई है ऐसे में तबादला होने के बाद भी रुकवाने में कर्मी ताकत लगा देते हैं और सफल भी हो जाते है.पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियो को सही जानकारी नहीं पहुंच पाती। उल्लेखनीय है कि नगर में वर्तमान पोलिसिंग और नई सरकार में शराब कोचीयों की बल्ले -बल्ले हो रही है। किसी भी समय किसी भी कोने में आसानी से शराब उपलब्ध हो जाती है. यह बात सिर्फ पुलिस और आबकारी विभाग के अलावा सभी को पता होती है। पुलिस प्रशासन के कप्तान और वर्तमान की भाजपा सरकार से अपेक्षा की जाती है कि इन तत्वों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग में व्यापक बदलाव करे।