बसना -बसना विकासखण्ड अंतर्गत उप तहसील मुख्यालय भंवरपुर के अटल चौक स्थित खसरा नंबर-832 जिसका रकबा-0:10हेक्टेयर भूमि अब विवादों के घेरे मे पड़ गया है।
गाँव वालों की माने तो आज से लगभग 54 वर्ष पहले सन् 1971 -72 मे सरायपाली के मोतिया सेठ द्वारा भंवरपुर मे देशी शराब दुकान चलाने के नाम पर उक्त भूमि को एक वर्ष के लिए भंवरपुर के तत्कालीन पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्राम प्रमुखों की सहमति से लीज पर लिया था।
उस समय शराब के व्यापार मे मुनाफा देखकर लीज के समय सीमा को आगे बढ़ाया गया। एक लंबे अंतराल तक उस स्थान मे व्यापार करते हुए फर्जी तरीके से कूटरचित कर उक्त भूमि को मोतिया सेठ अपने नाम से पट्टा बना लिया है। भंवरपुर के ग्राम वासियों को पता चलने पर सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा होकर इसका विरोध जताते हुए भंवरपुर मण्डी प्रांगण में बैठक आयोजित की गई। उपस्थित ग्रामीणों की सबकी राय ली गयी है।जिस पर गाँव वालों का साफ कहना है कि यह भूमि संपूर्ण भंवरपुर वासियों का है जहाँ भंवरपुर के विकास व रचनात्मक कार्यों के उपयोग मे लगना चाहिये ।
बैठक के दौरान ग्रामवासियों द्वारा भंवरपुर अटल चौक स्थित खसरा नं. -834 रकबा -0.10 हे० एवं खसरा नं.- 822 रकबा-0:06हेक्टेयर की सार्वजनिक हित की पंचायती भूमि में शासन प्रशासन बैठे अधिकारी कर्मचारियों से मिली भगत कर सरायपाली निवासी मोतिया अग्रवाल ने अपने नाम से कब्जा दिखा कर उसे अपने वारिशानों के नाम से ऋण-पुस्तिका बनवाया गया है ।जिसकी जानकारी होने पर सभी ग्रामवासी एकत्रित हुए और सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एक ग्राम विकास समिति भंवरपुर का निर्माण किया गया। जिनके देख-रेख में सड़क से लेकर न्यायालय तक ग्राम के हित के लिए लड़ाई लड़ने की तैयारी की गयी है।
विदित हो कि इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम भंवरपुर के उक्त भूमि को मोतिया अग्रवाल द्वाराअपने वारिशान विजयलक्ष्मी अग्रवाल के नाम पर पट्टा बनवाकर बिक्री करने की तैयारी की जा रही है, जिसकी शिकायत शासन प्रशासन में की जा चुकी है । लेकिन अभी तक इस संबंध में किसी भी प्रकार से कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणो के द्वारा सड़क से लेकर न्यायालय तक की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया गया है। इस आन्दोलन के लिए
ग्राम विकास समिति भंवरपुर का गठन किया गया । समिति में
लीलाकांत पटेल,मनोज पटेल,पूरन लाल पटेल,महेन्द्र पटेल,श्रवण पटेल,हलधर पटेल,विजय पंसारी,
मोहन देवांगन,लालचंद वैष्णव,भोजप्रधान,कुबेरचरण नायक,नरोत्तम भोई,
अशोक डडसेना,धनीराम चौहान,सालिकराम,जीतू वैष्णव,लवकुमार पटेल,डंकेश देवांगन,गिरीलाल पटेल,खगेश पटेल के अलावा ग्राम के सैकड़ों लोग शामिल रहे।