जिला प्रतिनिधि= भुनेश्वर ठाकुर
*नव प्रवेशित विद्यार्थियों को नवीन शिक्षा नीति की दी गई जानकारी*
दंतेवाड़ा, 05 अगस्त 2024। आज गीदम स्थित ऑडिटोरियम जावंगा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के संबंध में दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उक्त कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आवश्यकता, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुख्य प्रावधान, पूर्व शिक्षा नीति और नयी शिक्षा नीति में अंतर और इसके लाभ के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी नव प्रवेशित विद्यार्थियों को दी गई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आवश्यकता के बारे में बताया गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का भाव लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विषय संबंधित ज्ञान के साथ कौशल विकास, मूल्यपरक तथा रोजगारोन्मुखी शिक्षा की ओर उन्मुख किया गया है। इस नीति में सतत मूल्यांकन का प्रावधान है जिससे विद्यार्थियों के मानसिक ऊर्जा के साथ बौद्धिक क्षमता में भी वृद्धि होगी। सेमेस्टर आधारित पाठ्यक्रम होने के कारण विद्यार्थियों को परीक्षा का तनाव नहीं होगा। बहु-विषयक प्रणाली पर आधारित यह नीति विद्यार्थियों को उनकी इच्छानुसार दूसरे संकाय के विषयों का अध्ययन करने की स्वतंत्रता देती है। साथ ही पाठ्यचर्या में भारतीय ज्ञान पद्धति के समावेश के साथ पाठ्येत्तर गतिविधियों को भी पाठ्यक्रम में शामिल कर प्रौद्योगिकी के अनुकूलतम उपयोग पर बल दिया गया है।
पूर्व शिक्षा नीति-1986 और नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अंतर
पूर्व से चली आ रही शिक्षा नीति 1986 में 03 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, के साथ-साथ क्रेडिट आधारित पाठ्यक्रम नहीं थे। इसके अलावा आंतरिक मूल्यांकन आनर्स पाठ्यक्रम एवं इंटर्नशिप एवं एंट