देशी और विदेशी शराब की दुकानों में मिलावट को किस अधिकारी का संरक्षण?
सरसीवा में देसी और विदेशी शराब की दुकानों पर शराब में पानी की मिलावट का मामला गंभीर रूप से बढ़ता जा रहा है। ग्राहकों का आरोप है कि इसके पीछे कुछ प्रभावशाली अधिकारियों का संरक्षण है, जिनकी मिलीभगत से यह धोखाधड़ी चल रही है।स्थानीय निवासियों और ग्राहकों ने मिलावट के पीछे कुछ सरकारी अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बिना अधिकारियों के संरक्षण के यह मिलावट का धंधा इस हद तक नहीं फैल सकता था।
शिकायत की कॉपी |
शिकायत कर्ता
"यहां हर कोई जानता है कि इन दुकानों में पानी मिलाकर शराब बेची जा रही है, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इसका मतलब साफ है कि कुछ अधिकारी इन्हें बचा रहे हैं।"ग्राहकों का कहना है कि उन्होंने इस मामले की कई बार शिकायत की है, लेकिन हर बार उनकी शिकायत को नजरअंदाज किया गया। अब लोग इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कौन से अधिकारी इन दुकानों को संरक्षण दे रहे हैं?
ग्राहक (बाइट)
"हमने पुलिस और आबकारी विभाग दोनों को शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लगता है कि यहां कोई बड़ा खेल चल रहा है, जिसमें अधिकारी भी शामिल हैं।"माना जा रहा है कि इस गोरखधंधे में आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत हो सकती है, जो शराब माफिया को संरक्षण दे रहे हैं। इससे मिलावट का कारोबार खुलकर फल-फूल रहा है, जबकि आम लोग परेशान हो रहे हैं।
एक्टिविस्ट
"अगर इस तरह की मिलावट हो रही है और कोई कार्रवाई नहीं हो रही, तो निश्चित रूप से इसमें उच्च पदस्थ अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। यह एक गंभीर मामला है, जिसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।"लोग अब उच्च अधिकारियों और न्यायालय से इस मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यदि दोषी अधिकारी पकड़े जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है और उनकी सरकारी सेवाओं से बर्खास्तगी भी संभव है।